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गुरुग्राम, 11 दिसंबर। गुरुग्राम पुलिस ने फर्जी टेलीकॉम अधिकारी बनकर फिर अपने अन्य साथियों के सहयोग से डिजिटल अरेस्ट करके ठगी करने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी विदेश में रहकर चाइना मूल के लोगों के साथ ठगी करने की वारदातों को अंजाम देता था। आरोपी ठगी की कम्बोडियन मुद्रा की राशि को बिटकॉइन वैलेट के माध्यम से इंडियन अकाउंट में डालता था।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 04.12.2024 को एक महिला ने पुलिस थाना साइबर अपराध पूर्व में एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि उसके बेटे के पास एक व्हाट्सऐप पर एक ऑडियो कॉल आया। जिसमें बताया गया कि उसके बेटे के आधार कार्ड का प्रयोग हवाला के काम में प्रयोग हुआ है। उसने मना कर दिया तो उन्होंने (फर्जी पुलिस अधिकारी) एफआईआर दर्ज कराने का डर दिखाया। फिर उन्होंने एक सीबीआई अधिकारी से वीडियो कॉल करके उनको डिजिटल अरेस्ट करने की बात कही और उसके नाम हवाला के केस में शामिल होने का डर दिखाते हुए, उससे अलग-अलग बैंक खातों में कुल 2 करोड़ 92 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए। शिकायत पर पुलिस थाना साइबर अपराध पूर्व में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने इस मामले में संलिप्त 1 और आरोपी को 7 दिसंबर को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान चिराग कांजी भाई (उम्र-28 वर्ष, शिक्षा-10वीं) निवासी मारुति नगर जिला सूरत (गुजरात) के रूप में हुई। पुलिस चिराग कांजी भाई की माह अगस्त में एलओसी जारी करवा रखी थी। आरोपी के 7 दिसंबर को कंबोडिया से दिल्ली आने पर उसे दिल्ली एयरपोर्ट से ही गुरुग्राम पुलिस ने गिफ्तार कर लिया।
आगामी कार्रवाई के लिए आरोपी को न्यायालय में पेश करके 2 दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया। प्रारंभिक पुलिस पूछताछ में पता चला कि वह वर्ष-2021 से दुबई में वर्क वीजा पर गया था और इस साल अगस्त में वहां से कंबोडिया जाकर चाइना मूल के लोगों के साथ मिलकर साइबर ठगी का काम करने लगा।
आरोपी ने यह भी बतलाया कि पीड़ित को फर्जी टेलीकॉम अधिकारी बनकर, फिर अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर उसको डिजिटल अरेस्ट करके धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया गया था। आरोपी ने बताया कि वह कॉलिंग टीम का सदस्य था, जिसके बदले उसको कम्बोडियन मुद्रा में कमीशन मिलता था। आरोपी साइबर ठगी से प्राप्त कमीशन की राशि कम्बोडियन मुद्रा को बिटकॉइन वैलेट के माध्यम से अपने अन्य साथियों के बैंक खाते में ट्रांसफर कर लेता था।
पुलिस चिराग कांजी भाई और अशीषभाई रमनलाल समेत कुल 19 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपी को 2 दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर के बाद 9 दिसंबर को अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया। मामले की गहन जांच जारी है।



