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Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 29 अप्रैल। गुरुग्राम की एक युवती से साइबर ठगों ने निवेश के नाम पर 8.33 लाख की ठगी कर ली। युवती ने इंस्टाग्राम विज्ञापन से निवेश के लिए आकर्षित हुई थी और एक व्हाट्सअप ग्रुप में शामिल होकर उसने निवेश किया। युवती ठगों के मायाजाल में ऐसी फंसी कि उसने अपने परिजनों के एकाउंट भी खाली करवा दिए। गुरुग्राम साइबर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ठगी की शिकार सेक्टर 31 निवासी आशिमा गर्ग एक निजी कंपनी में काम करती है। आशिमा ने फरवरी 2025 में इंस्टाग्राम पर ‘Mirae Asset Sharekhan’ नाम का एक विज्ञापन देखा, जिसके बाद वह एक व्हाट्सअप में शामिल हो गई। उस ग्रुप में लगभग 145 सदस्य थे और उसमें शामिल सदस्य ऑनलाइन ट्रेडिंग के जरिए भारी मुनाफा कमाने के दावे कर रहे थे। ठगों ने आशिमा को एडवांस ब्रोकर अकाउंट खोलने का लिंक भेजा और उसने उसे खोलकर ट्रेडिंग शुरू कर दी।
ग्रुप में अन्य सदस्य अपनी ट्रेडिंग से हुए मुनाफे के स्क्रीनशॉट्स साझा करते थे, जो आशिमा को और अधिक आकर्षित करते थे। इस पर विश्वास कर आशिमा ने 24 मार्च 2025 को अपनी आईडीएफसी बैंक के खाते से 50 हजार रुपये ट्रांसफर किए। ठगों ने उसे यह यकीन दिलाया कि यह खाता भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) से मान्यता प्राप्त है, और जमा राशि तुरंत उनके ब्रोकर अकाउंट में दिखाई देगी।
जब आशिमा ने देखा कि उसके खाते में पैसा ट्रांसफर हो चुका है और पोर्टल पर मुनाफा भी दिखाई दे रहा है, तो वह और अधिक निवेश करने को तैयार हो गई। इसके बाद, 24 मार्च से लेकर 4 अप्रैल तक ठगों ने उसके एचडीएफसी बैंक खाते से कुल 8.83 लाख रुपये विभिन्न किश्तों में निकाल लिए।
जब आशिमा के पास पैसे खत्म हो गए, तो ठगों ने उसे अपने माता-पिता और पति के बैंक खातों से भी पैसे ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया। जब आशिमा ने पोर्टल से अपनी राशि निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने उसे और राशि जमा करने की धमकी दी। इस समय आशिमा को समझ में आया कि वह ठगी का शिकार हो चुकी है। ठग अब भी उससे और पैसे की मांग कर रहे थे।
आशिमा ने अपनी शिकायत में बताया कि उसने अपने परिवार की सारी जमा-पूंजी गंवा दी और ठगों ने उसे मानसिक और वित्तीय रूप से तबाह कर दिया। उसने साइबर थाना में जाकर एफआईआर दर्ज करवाई और कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
गुरुग्राम साइबर थाने के जांच अधिकारी ने बताया कि इस प्रकार के ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं, और वे इस ग्रुप के पीछे के गिरोह का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। साइबर अपराधियों के इस गिरोह ने एक ओर निर्दाेष व्यक्ति को अपना शिकार बनाया है, और अब पुलिस उनकी पहचान और गिरफ्तारी के लिए छानबीन कर रही है।
इस घटना से यह साफ हो जाता है कि ऑनलाइन ठगी के मामले बेहद बढ़ गए हैं और लोगों को इनसे बचने के लिए सतर्क रहना चाहिए। खासकर, किसी भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर निवेश करने से पहले उसकी वैधता की पूरी जांच करना बहुत जरूरी है। इसके अलावा, यदि कोई ट्रेडिंग कंपनी भारी मुनाफे का वादा करती है, तो वह संदिग्ध हो सकती है। ऑनलाइन लेन-देन करते समय हमेशा अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए और किसी भी अवैध लिंक या अनधिकृत वेबसाइट से दूरी बनानी चाहिए।
मालूम हो कि शेयरखान बहुत बड़ी ट्रेडिंग कंपनी है, साइबर ठग आमतौर पर इस तरह विज्ञापन देते हैं कि किसी को शक नहीं होता कि वे असली कंपनी के साथ जुड़े है या वह कोई ठग कंपनी के शिकार हो रहे हैं।