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फरीदाबाद (अजय वर्मा), 2 अप्रैल। अरावली की पहाड़ियों में बनी हुई खूनी झीलों में से एक झील ने इस बार फिर से एक युवक की जान ले ली है। दरअसल, बल्लभगढ़ का रहने वाला रवि अपने 7 से 8 दोस्तों के साथ थाना धौज क्षेत्र के अंतर्गत् आने वाली अरावली की पहाड़ियों में बनी कृत्रिम झील में नहाने के लिए गया था और झील में ज्यादा गहराई में जाने के कारण वह डूब गया और उसकी मौत हो गई। जिसके बाद दोस्तों ने रवि के परिजनों और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने रवि की लाश को गोताखोरों की मदद से बाहर निकलवाया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया।
रवि कल अपने दोस्तों के साथ थाना धौज के अंतर्गत् आने वाले अरावली की पहाड़ियों में बनी हुई कृत्रिम झील में नहाने के लिए गया था। रवि झील में डूब गया।
शवगृह पर मौजूद पिता बुद्धि सिंह ने बताया कि वह बल्लभगढ़ की चावला कालोनी के रहने वाले हैं और वह अपने काम पर थे और उन्हें व उनके परिवार वालों को नहीं पता था कि उनका बेटा कहा गया है। उन्होंने बताया कि उनके पास उनके बेटे के एक दोस्त का फोन आया तो पता चला कि उनका बेटा झील में नहाने के लिए दोस्तों के साथ गया था और झील में डूबने से उसकी मौत हो गई है।
दोस्तों ने बताया कि रवि झील के अंदर ज्यादा गहराई तक चला गया था और वहीं पर डूब गया।
वहीं, थाना धोज के पुलिस अधिकारी राजबीर सिंह ने बताया कि कंट्रोल रूम से उन्हें सूचना मिली थी कि करीब 7-8 लड़कें झील में नहाने के लिए आए थे। जिनमें से रवि के डूबने से हुई मौत की सूचना पाते ही वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे। गोताखोरों की मदद से रवि की लाश को बाहर निकाला गया। उन्होंने बताया कि पहले भी कई लोग इस झील में अपनी जान गंवा चुके हैं। जिसके चलते झील के आसपास के इलाके में गड्ढे तक खुदवा हुए हैं कि कोई वहां पहुंच ना सके, लेकिन इसके बावजूद लोग कहीं-कहीं न से झील तक पहंुच जाते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं।
आपको बता दें कि फरीदाबाद स्थित अरावली की पहाड़ियों में पुराने समय से ही अवैध खनन के कारण दर्जनों कृत्रिम झील बन गई थीं, जिनमें गहराई का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता और झील के अंदर नुकीली व चिकनी चट्टानें होने के कारण लोग घायल हो जाते हैं और डूबकर जान गंवा देते हैं। यह झीलें इतनी खूबसूरत होती है की इनके आकर्षण से लोग खींचे चले आते हैं और अपनी जान गंवा देते हैं। हालांकि पुलिस द्वारा गश्त भी की जाती है और रास्तों को भी बाधित किया जाता है। इसके बावजूद लोग इन झीलों तक पहंुचते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं। हमारी सभी सुधि पाठकों से अपील है की अरावली की इन खूनी झीलों से दूर ही रहें।