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फरीदाबाद (अजय वर्मा), 24 जून। ईरान और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध के चलते ईरान में फंसे भारतीयों को वापस लाया जा रहा है और ऐसी ही एक छात्रा जो कि ईरान में फंस गई थी अब अपने घर फरीदाबाद वापस आ गई है। घर आने के बाद सानिया ने मीडिया से बात की और युद्ध के दौरान ईरान की अपनी आपबीती बताई।
सानिया का परिवार फरीदाबाद के सेक्टर 23 में रहता है। सानिया ने बताया कि वह ईरान के तेहरान में एमबीबीएस की सेकेंड ईयर की छात्रा है। जब इजरायल और ईरान का युद्ध शुरू हुआ तो माहौल बेहद डरावना हो गया था। कारों पर बम गिरते हुए देखे। मिसाइल चलते हुए उन्होंने अपनी आंखों से देखा। हालांकि मिसाइलें इंटरसेप्ट भी की गई, लेकिन सभी छात्र डरे हुए थे। जहां सानिया थी वहां सभी छात्र विदेशी थे। डर की वजह से सभी छात्र रोते रहते थे। सबको लगता था कि अब पता नहीं हम बचेंगे या नहीं।
सानिया ने केंद्र सरकार, ईरान में भारतीय दूतावास और ईरानी सरकार का धन्यवाद किया। सानिया ने बताया कि युद्ध शुरू होते ही भारतीय दूतावास ने अपना हेल्पलाइन नंबर सभी को दे दिया था। सभी यूनिवर्सिटीज में कॉर्डिनेटर बनाए गए थे जो छात्रों से संपर्क कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे थे। सानिया के मुताबिक जब उन्हें भारतीय दूतावास में सुरक्षित स्थान पर पहुंचा तो तब होने लगा कि वह अब खतरे से बाहर है। उन्होंने बताया कि वह घर पर भी संपर्क नहीं कर पा रही थी, क्योंकि दिन में सिर्फ एक या दो मिनट बात होती थी लेकिन उतने से ही परिवार को तसल्ली मिल जाती थी कि वहां सब सुरक्षित है। सानिया अब घर पहुंच कर बेहद खुश है और उन्हें विश्वास है कि जल्दी ही युद्ध रुकेगा और वह फिर से ईरान में अपनी पढ़ाई जारी रख पाएंगी।