
शंकराचार्य का भाजपा-कांग्रेस पर तीखा हमला
देशभर में बढ़ती गो हत्या से व्यथित
केंद्र की भाजपा सरकार को भी घेरा
भाजपा सरकार में गो माता की दुर्दशा
सरकार को दे रखा है अल्टीमेटम
कहा- ‘तीसरे विकल्प की जरूरत‘
Bilkul Sateek News
फरीदाबाद (अजय वर्मा), 12 मार्च। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने देश में बढ़ती गो हत्या और गो वंश की दुर्दशा को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि आजादी के बाद किसी भी सरकार ने गो हित में कोई ठोस कार्य नहीं किया। उन्होंने देश की दोनों बड़ी पार्टियों भाजपा और कांग्रेस को बिना नाम लिए निशाने पर लेते हुए कहा कि यदि यह लोग गो माता के संरक्षण के लिए कुछ नहीं करते हैं तो फिर तीसरे विकल्प की तलाश करनी होगी।
फरीदाबाद के सूरजकुंड रोड स्थित सिद्धदाता आश्रम में पहुंचे शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कल अपने चिरपरिचित अंदाज में पिछले 11 साल में गाय की दुर्दशा को लेकर मोदी सरकार के कामकाज पर खुलेआम प्रहार किए और कहा कि गो हत्या को रोकने के लिए सरकार ने कोई कदम नहीं उठाए। इस मुद्दे पर उन्होंने जमकर सरकार को आड़े हाथों लिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसके लिए दोषी ठहराया।
उन्होंने कहा कि पिछले 78 वर्षों में किसी भी सरकार ने गो माता के लिए कोई कदम नहीं उठाए। उन्होंने कहा कि आज भी जहां देश और विदेश में गो माता के मांस का भक्षण हो रहा हैं। वही गो मांस का निर्यात भी किया जा रहा है जो कि हिंदू राष्ट्र के लिए बहुत ही शर्मनाक बात है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने भाजपा और कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा कि यदि यह लोग गो माता के संरक्षण के लिए कुछ नहीं करते हैं तो फिर तीसरे विकल्प की तलाश करनी होगी।
हिंदुओं के मस्जिदों और दरगाहों में जाने के सवाल पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहां कि जब कोई व्यक्ति चारों तरफ से परेशान होता है तो वह कहीं भी राहत पाने के लिए जाता है। उन्होंने कहा कि यह हालत ही क्यों पैदा हुए कि उसे इधर-उधर भागना पड़ा, इसलिए सरकार को चाहिए कि वह ऐसे हालात पैदा ही न होने दें।
उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार ने गो माता के लिए कोई ठोस निर्णय नहीं लिए तो 17 मार्च को सभी सनातनी इस पर फैसला लेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमने सरकार को 33 दिन का अल्टीमेटम दिया था, जोकि 17 मार्च को खत्म हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे इसके लिए 17 मार्च की सुबह दिल्ली के रामलीला मैदान में सुबह से ही बैठ जाएंगे।