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गुरुग्राम, 12 अप्रैल। डीपीजी डिग्री कॉलेज में एलुमनाई मीट ‘दोस्त 4.0‘ का आयोजन हर्षाेल्लास के साथ किया गया, जिसमें कॉलेज के विभिन्न विभागों कला, वाणिज्य, विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान से 400 से अधिक पूर्व छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना से हुई, जिससे पूरे वातावरण में एक आध्यात्मिक और संस्कारमयी अनुभूति व्याप्त हो गई। इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन डीपीजी डिग्री एलुमनाई एसोसिएशन द्वारा किया गया। कॉलेज की कल्चरल कमेटी और डिसिप्लिन कमेटी ने भी इस आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के दौरान कॉलेज के चेयरमैन राजेंद्र गहलोत, वाइस चेयरमैन दीपक गहलोत, प्रिंसिपल डॉ. एस. एस. बोकेन, रजिस्ट्रार अशोक गोगिया, डीपीजी कॉलेज के डीन अकादमिक डॉ. धर्मवीर सिंह, पालीटेक्निक डीन यशपाल यादव और डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. माधवी और डॉ. पायल महाजन भी कार्यक्रम में उपस्थित रहीं।
कॉलेज के चेयरमैन राजेंद्र गहलोत ने कहा कि पूर्व छात्रों का पुनः इस संस्थान में लौटकर आना हमारे लिए गर्व की बात है। ऐसे आयोजन हमारे शिक्षा संस्थानों की समृद्ध विरासत को दर्शाते हैं।
दीपक गहलोत ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे एलुमनाई भविष्य में भी कॉलेज के साथ जुड़ें और अपने अनुभवों से वर्तमान छात्रों को मार्गदर्शन दें साथ ही कॉलेज में हो रहे बदलावों को देखते हुए अपने सुझाव भी दें।
डीपीजी डिग्री एलुमनाई एसोसिएशन की अध्यक्ष निधि जैन ने सभी एलुमनाई का स्वागत किया और कहा कि पूर्व छात्र छात्राओं ने कॉलेज में बड़ी संख्या में उपस्थित हो कर कॉलेज के प्रति अपने लगाव को जाहिर किया है जिसके लिए वो सभी का धन्यवाद करती हैं साथ ही उन्होंने सभी पूर्व विद्यार्थियों से अपने अनुभव साझा करने को भी कहा।
डॉ. एस. एस. बोकेन ने में कहा कि यह दिन हमारे लिए बहुत खास है, क्योंकि यह हमारे छात्रों के कॉलेज से जुड़ाव को दर्शाता है। ‘दोस्त 4.0’ न केवल यादों को ताजा करता है, बल्कि एक सशक्त एलुमनाई नेटवर्क की नींव भी रखता है।
कॉलेज के रजिस्ट्रार अशोक गोगिया ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि पूर्व छात्रों की भागीदारी से न केवल संस्थान को ऊर्जा मिलती है, बल्कि यह शैक्षणिक उत्कृष्टता की दिशा में एक मजबूत कदम होता है।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां नृत्य, गायन एवं अन्य रंगारंग कार्यक्रमों ने सभी उपस्थितजनों को मंत्रमुग्ध कर दिया और कॉलेज के गौरवमयी इतिहास को जीवंत कर दिया।
कार्यक्रम का समापन आपसी संवाद, अनुभव साझा करने और भविष्य में सहयोग के संकल्प के साथ हुआ। ‘दोस्त 4.0‘ ने यह साबित किया कि कॉलेज केवल एक संस्थान नहीं, बल्कि एक परिवार है… जो समय के साथ और मजबूत होता चला जाता है।
कार्यक्रम का समापन निधि जैन के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ जिसमें उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों, कॉलेज स्टाफ, कार्यक्रम का सफल मंच संचालन करने के लिए समृद्धी, भूमिका, अमृता और सभी विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया।