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गुरुग्राम, 9 जून। मानसून पूर्व जलभराव की समस्या से प्रभावी ढंग से निपटने हेतु जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क और सक्रिय है। इसी क्रम में आज डीसी अजय कुमार ने जिले में जलनिकासी व्यवस्थाओं का भौतिक निरीक्षण किया और हीरो होंडा चौक के समीप स्थित बादशाहपुर ड्रेन तथा नरसिंहपुर क्षेत्र में चल रहे ओपन ड्रेन निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उनके इस निरीक्षण दौरे में एसीयूटी अदिति सिंघानिया तथा जीएमडीए से एक्सईन विक्रम सिंह भी मौजूद रहे।
बादशाहपुर ड्रेन की सफाई कार्य अंतिम चरण में
डीसी अजय कुमार ने सबसे पहले हीरो होंडा चौक के समीप बादशाहपुर ड्रेन की सफाई कार्य का निरीक्षण किया। एक्सईएन विक्रम सिंह ने उन्हें अवगत कराया कि ड्रेन की गाद सफाई, अवरोध हटाने तथा जल प्रवाह सुचारु करने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है और यह कार्य अब अंतिम चरण में है।
नरसिंहपुर में जलनिकासी नेटवर्क को मिलेगा सशक्त आधार
इसके उपरांत डीसी ने नरसिंहपुर क्षेत्र में निर्माणाधीन ओपन ड्रेन कार्य का भी निरीक्षण किया। यह ड्रेन हाईवे से सटी मुख्य जलनिकासी प्रणाली से जोड़ी जा रही है। एक्सईएन विक्रम सिंह ने बताया कि यह कार्य अगले तीन दिनों में पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि नरसिंहपुर में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) द्वारा बनाए गए तीन कलवर्ट स्थित हैं, जिनके माध्यम से वर्षा जल की तेज निकासी सुनिश्चित की जा सकेगी। ड्रेन के हाईवे कनेक्टिविटी से जुड़ने के उपरांत क्षेत्र में लंबे समय से चली आ रही जलभराव की समस्या से आमजन को राहत मिलेगी। उल्लेखनीय है कि डीसी अजय कुमार के प्रयासों से 26 मई को इस स्थान पर हाईवे के साथ लगती ड्रेन को बादशाहपुर ड्रेन के साथ जोड़ने के लिए ओपन ड्रेन का निर्माण कार्य शुरू किया गया था।
डीसी अजय कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन गुरुग्राम को जलभराव-मुक्त बनाने की दिशा में ठोस और व्यापक प्रयास कर रहा है। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि मानसून से पहले सभी जलनिकासी परियोजनाएं तय समय सीमा के भीतर पूरी की जाएं। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि बारिश के दौरान किसी भी क्षेत्र में यातायात अथवा जनजीवन प्रभावित न हो। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य केवल बारिश से निपटना नहीं, बल्कि नागरिकों को राहत देना है। जलभराव जैसी समस्याएं नागरिक सुविधाओं और शहर की छवि पर असर डालती हैं। इसलिए प्रशासन द्वारा हर स्तर पर समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा जलनिकासी से जुड़े कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। डीसी द्वारा नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे अपने क्षेत्रों में नालियों को अवरुद्ध न करें तथा प्रशासन के साथ सहयोग करें।