नगर निगम गुरुग्राम ने कराया सी.आर. मॉडल स्कूल के विद्यार्थियों को कम्पोस्टिंग साइट का दौरा
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 19 नवंबर। हरियाणा शहर स्वच्छता अभियान के तहत नगर निगम गुरुग्राम ने बैलेंसिंग बिट के सहयोग से सी.आर. मॉडल स्कूल सेक्टर-32 के विद्यार्थियों को सेक्टर-43 स्थित कम्पोस्टिंग साइट का दौरा करवाया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को कचरा प्रबंधन, स्रोत पृथक्करण और कम्पोस्ट निर्माण की आधुनिक तकनीक से अवगत कराना था।

विद्यार्थियों को दिया स्वच्छता का संदेश
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर कुलदीप हिन्दुस्तानी ने कहा कि स्वच्छता केवल सरकार या नगर निगम की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। यदि हम अपने घरों से ही गीले और सूखे कचरे को अलग करना शुरू कर दें, तो 80 प्रतिशत कचरा वहीं निपटाया जा सकता है। उन्होंने बच्चों को कम्पोस्टिंग प्रक्रिया का लाइव प्रदर्शन करवाया और समझाया कि गीले कचरे से कैसे जैविक खाद तैयार होती है। साथ ही यह भी बताया कि सूखे कचरे को रिसाइकल कर पर्यावरण को सुरक्षित रखते हुए शहर की सुंदरता को भी बढ़ाया जा सकता है।
स्वच्छता और स्वास्थ्य का सीधा संबंध
उन्होंने विद्यार्थियों को समझाया कि गंदगी से डेंगू, मलेरिया और टाइफाइड जैसे रोग तेजी से फैलते हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अपनाकर हम न केवल स्वयं स्वस्थ रह सकते हैं, बल्कि समाज के लिए एक आदर्श भी प्रस्तुत कर सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे अपने परिवार तथा आसपास के लोगों को भी कचरा पृथक्करण और स्वच्छता के प्रति जागरूक करें तथा कचरा अलग करो – देश स्वच्छ करो का संदेश आगे बढ़ाएं।
कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों, शिक्षकों और उपस्थित नागरिकों ने स्वच्छता शपथ ली। सभी ने मिलकर शहर को स्वच्छ, सुंदर और प्रदूषण मुक्त बनाने का संकल्प लिया। स्वच्छता एक अभियान नहीं, बल्कि जीवन जीने का तरीका है। यदि हम इसे आदत बना लें, तो स्वच्छ गुरुग्राम – सुंदर गुरुग्राम का लक्ष्य अवश्य पूरा होगा। कार्यक्रम को सफल बनाने में सी.आर. मॉडल स्कूल के शिक्षकगण, संस्कृति अपार्टमेंट से मनोज चौहान एवं स्थानीय नागरिकों का विशेष सहयोग रहा।
सिग्नेचर कैंपेन एवं जागरूकता अभियान ‘से नो टू प्लास्टिक’ का संदेश
इसी क्रम में नगर निगम गुरुग्राम द्वारा सेक्टर 10 स्थित हुडा मार्केट में ‘से नो टू प्लास्टिक’ विषय पर जागरूकता एवं सिग्नेचर अभियान भी आयोजित किया गया। स्थानीय दुकानदारों, नागरिकों और युवाओं ने इस पहल में उत्साहपूर्वक भाग लिया और प्लास्टिक के उपयोग को कम करने का संकल्प लिया।



