
ऑपरेशन शील्ड
पांच स्थलों पर सायरन बजाकर एयर स्ट्राइक जैसी आपातस्थिति का किया गया सजीव अभ्यास
डीसी अजय कुमार ने कंट्रोल रूम से हर गतिविधि की निगरानी की
नागरिकों ने निभाई महत्वपूर्ण भागीदारी
स्थानीय स्तर पर आपदा प्रतिक्रिया को मजबूत करना था सिविल डिफेंस एक्सरसाइज का मुख्य उद्देश्य
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 31 मई। जिला प्रशासन गुरुग्राम ने नागरिक सुरक्षा एवं आपातकालीन स्थितियों के दौरान तैयारियों की वास्तविक समीक्षा के लिए आज ऑपरेशन शील्ड के तहत जिले में सिविल डिफेंस की द्वितीय एक्सरसाइज आयोजित की। इस अभ्यास का उद्देश्य नागरिकों को एयर रेड जैसी आपातस्थिति में अपनाए जाने वाले सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक करना, प्रतिक्रिया तंत्र की प्रभावशीलता की जांच करना तथा समन्वय को परखना रहा। एक्सरसाइज का आयोजन जिले के पांच प्रमुख स्थलों – सिलोखरा स्थित स्टार मॉल, खांडसा रोड स्थित एसडी आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल, आवर लेडी फातिमा कॉन्वेंट स्कूल, मानेसर स्थित मारुति सुजुकी प्लांट एवं सोहना रोड स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) स्टेशन पर किया गया।
शाम 5 बजे सायरन बजाकर एक्सरसाइज की शुरुआत की गई, जिससे सभी स्थानों पर उपस्थित नागरिक सतर्क हुए और आपातस्थिति में नियमानुसार सुरक्षित स्थानों की ओर अग्रसर हुए। एयर स्ट्राइक की काल्पनिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए ताऊ देवीलाल स्टेडियम में बनाए स्टेजिंग एरिया से राहत टीमों को रवाना किया गया था। जिन्होंने नागरिकों को ऊपरी मंजिलों से निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। फंसे लोगों को फायर ब्रिगेड, सिविल डिफेंस, रेडक्रॉस और आपदा मित्रों की मदद से बचाया गया और प्राथमिक उपचार हेतु निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाया गया।
कंट्रोल रूम से पूरे अभ्यास की गई मॉनिटरिंग
उपरोक्त समूचे अभ्यास की जिला सचिवालय स्थित कंट्रोल रूम से डीसी एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अजय कुमार द्वारा मॉनिटरिंग की गई। डीसी ने बताया कि यह अभ्यास गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर आपदा प्रतिक्रिया को मजबूत करना है। उन्होंने कहा, हमारा लक्ष्य केवल आपदा के समय त्वरित प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि पहले से समुचित योजना बनाकर नुकसान को न्यूनतम करना है। नागरिकों को जागरूक कर हम उन्हें आत्मनिर्भर बना रहे हैं। डीसी ने एक्सरसाइज के उपरांत संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक कर रणनीतिक स्थलों पर सुरक्षा प्रबंधन, त्वरित प्रतिक्रिया समय, संसाधनों की उपलब्धता और विभागीय समन्वय का गहन विश्लेषण किया।
अभ्यास के निर्धारित बिंदुओं के तहत जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा एक दिन पूर्व रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया गया था। इस अभ्यास में जिला प्रशासन के साथ-साथ पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, फायर ब्रिगेड, एनसीसी, रेडक्रॉस, नगर निगम व अन्य स्वयंसेवी संगठनों ने संयुक्त रूप से भाग लिया।
अभ्यास को सफल बनाने में डीसीपी मुख्यालय अर्पित जैन, डीसीपी ट्रैफिक राजेश मोहन, एएलसी कुशल कटारिया, सीएमओ डॉ. अलका सिंह, ज्वाइंट कमिश्नर डॉ. नरेश, जयवीर यादव, विशाल कुमार, सुमित कुमार, अखिलेश कुमार, डिप्टी सीएमओ डॉ. जयप्रकाश राजलीवाल, सिविल डिफेंस चीफ वार्डन एन.सी. शर्मा, वार्डन मोहित शर्मा समेत कई अधिकारी सक्रिय रूप से शामिल रहे।