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गुरुग्राम (प्रदीप नरुला), 12 मार्च। हरियाणा में 2 मार्च को संपन्न हुए स्थानीय निकाय चुनाव के बुधवार को नतीजे आने शुरू हो गए हैं। राज्य की सभी निगम नगर परिषद और नगर पालिकाओं की मतगणना लगभग पूरी हो चुकी है। वहीं, स्थानीय निकाय के परिणाम में गुरुगाम और मानेसर नगर निगम को बहुत ही उत्सुकता पूर्वक देखा जा रहा था, जहां गुड़गांव नगर निगम में भाजपा और कांग्रेस की सीधी टक्कर में जीत के अंतर पर लोगों की नजर थीं। वहीं, मानेसर में भाजपा प्रत्याशी और निर्देशित निर्दलीयों के बीच इतनी बड़ी टक्कर थी कि सबकी नजरें इस पर टिकी थी। मानेसर नगर निगम के नतीजे पर यह भी तय था की भाजपा के दिग्गज नेताओं में कौन कितने पानी में है।
गुड़गांव नगर निगम के चुनाव हालांकि आशा अनुरूप नतीजे लेकर आए, लेकिन यह चुनाव भाजपा सरकार की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगा गए, क्योंकि नगर निगम के चुनाव में मत प्रतिशत जिस तरीके से गिरा उससे सवाल उठने लग गए कि लोग स्थानीय भाजपा की सरकार से खुश नहीं थे। इसका एक संदर्भ नोटा के 15,910 वोटों से भी दिख गया कि लोग भाजपा से तो नाराज थे, लेकिन कांग्रेस को भी वोट नहीं देना चाहते थे। हालांकि भाजपा की मेयर प्रत्याशी राजरानी मल्होत्रा लगभग 1,80,000 वोटों के अंतर से विजयी रही।
मानेसर में निर्दलियों का दबदबा
दूसरी तरफ मानेसर नगर निगम के चुनाव बहुत ही रोचक रहे। मानेसर में मतदाताओं की संख्या काफी कम है। ऐसा लगता ही नहीं कि शायद निगम के चुनाव हो रहे थे, लेकिन उसके बाद भी यहां का चुनाव बहुत ही रोचक था। जहां एक तरफ भाजपा के प्रत्याशी सरपंच सुंदरलाल थे जो पूर्व मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह के समर्थक माने जाते हैं। दूसरी तरफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़ी हुई डॉक्टर इंद्रजीत यादव केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की समर्थक मानी जाती है। चुनाव के परिणामों ने बता दिया कि भाजपा राव इंद्रजीत सिंह को कभी भी इग्नोर नहीं कर सकती। अहीरवाल में क्योंकि जिस तरह से मानेसर निगम एरिया में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भाजपा प्रत्याशी के लिए सक्रिय नहीं रहे। उससे यह साफ दिखने लगा था कि पूर्व मुख्यमंत्री व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर की प्रतिष्ठा इस निगम के चुनाव में दांव पर लगी है। मानेसर नगर निगम के चुनाव परिणाम ने जाता दिया है कि अहीरवाल में अभी भी कैबिनेट मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को कमतर नहीं आंका जा सकता। निगम के परिणामों ने यह भी बता दिया है कि आने वाले समय में डिप्टी मेयर में सीनियर डिप्टी मेयर के चुनाव में बहुत बड़ी कशमकश देखी जा सकती है।
