
इंटरेक्टिव सेशन में साइबर सुरक्षा पर संवाद
डिजिटल अरेस्ट, साइबर बुलिंग, ऑनलाइन ठगी जैसे विषयों पर मंथन
सुरक्षित इंटरनेट दिवस पर झज्जर में कार्यशाला
साइबर अपराध के नए तरीकों से बचने के लिए जिले में चलेगा सघन जागरूकता अभियान
झज्जर (विनीत नरूला), 11 फरवरी। साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए किसी भी तरह का लालच देने वाली पोस्ट पर क्लिक नहीं करना चाहिए। इंटरनेट इस्तेमाल को लेकर जागरूकता बढ़ानी चाहिए। डीसी प्रदीप दहिया ने मंगलवार को सुरक्षित इंटरनेट दिवस के अवसर पर संवाद भवन में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि इंटरनेट का इस्तेमाल करते वक्त जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए, जल्दबाजी से गलती की संभावना कई गुना बढ़ जाती है और नुकसान होने की संभावना रहती है। कार्यशाला में डीआईओ अमित बंसल ने पीपीटी के माध्यम से साइबर अपराध से बचने के लिए छोटी-छोटी चीजों को बारीकी से बताया। एएसआई दीपक व मनदीप ने कार्यशाला में लोगों को जागरूक किया। उन्होंने बताया साइबर अपराधी बेहद शातिर ढंग से लोगों को अपनी चंगुल में फंसाते हैं। जैसे सरकारी वेबसाइट और एप के क्लोन तैयार करके शातिर ठग ठगी करते हैं। इस दौरान ऑनलाइन ठगी, फिशिंग, डेटा चोरी, सोशल मीडिया हैकिंग जैसे साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने बताया कि इंटरनेट के सही उपयोग और सतर्कता से साइबर ठगों के जाल से बचा जा सकता है। डीडीपीओ निशा तंवर, डीआईओ अमित बंसल, डीपीआरओ सतीश कुमार और कई गांवों के सरपंच, सीएससी सेंटर संचालक व सीपीएलओ भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
सीएससी सेंटरों व सरकारी भवनों में लगेंगे पोस्टर
डीसी प्रदीप दहिया ने कहा कि लोगों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक करने के लिए सरकारी भवनों व सीएससी सेंटरों पर पोस्टर लगाए जाएंगे। आधुनिक समय में साइबर ठगी के शातिर तरीकों के बारे में पोस्टरों के जरिये लोगों को जागरूक किया जाएगा ताकि वह साइबर ठगी का शिकार ना हों।