
पानीपत: जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां सेना के हवलदार की गोली लगने से मौत हो गई। गोली उनके माथे में लगी थी। बताया जा रहा है कि हवलदार छह साल पहले स्पोर्ट्स कोटे से सेना में भर्ती हुए थे और हाल ही में छुट्टी पर घर आए थे।
परिजनों के अनुसार, 5 अप्रैल को उनकी शादी तय थी और वे शादी की तैयारियों के बाद 9 फरवरी को वापस ड्यूटी पर लौटे थे। इस हादसे से परिवार और इलाके में शोक की लहर है। आज उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।
दो साल पहले हवलदार के पद पर पदोन्नत हुए थे। सत्यजीत के शव को श्रीनगर से हेलीकॉप्टर से दिल्ली भेजा गया है। सेना की ओर से पानीपत प्रशासन को इसकी सूचना दे दी गई है। बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ सत्यजीत कंधोल के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार होगा।
सत्यजीत कंधोल के पिता सज्जन सिंह सेना से सूबेदार के पद से रिटायर हैं। आठ साल पहले वह सेना से रिटायर हुए थे। सत्यजीत अपने पिता सज्जन सिंह से प्रभावित था। छह साल पहले सत्यजीत निशानेबाजी के स्पोर्ट्स कोटे से सेना में भर्ती हुआ था। सत्यजीत ने राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीता था।
पांच अप्रैल को सत्यजीत की शादी होनी थी। उसको हाल में ही आर्मी कमांडर पत्र से नवाजा गया था। अब परिवार में सत्यजीत का एक छोटा भाई और परिवार दो साल से मतलौडा में रहता है। सत्यजीत की मौत से पूरे क्षेत्र में मातम छाया हुआ है।