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Bilkul Sateek News
पंचकूला, 23 जुलाई। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज कहा कि इको टूरिज्म को बढ़ावा देने तथा सुविधा के लिए बजट का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि टिक्कर ताल को अपग्रेड करने का काम करेंगे, रोड़ और दूसरी सुविधा वहां दी जाएगी, इसके साथ ही बच्चो की गेम्स की व्यवस्था भी होगी। सीएम सैनी आज यहां मोरनी में आयोजित 76वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव के मौके पर बोल रहे थे।
राजकीय बहुतकनीकी महाविद्यालय मोरनी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यतिथि सीएम सैनी के साथ पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर सिंह और विधायक शक्ति रानी शर्मा भी मौजूद रहीं। इस दौरान उन्होंने वन एवं पर्यावरण संरक्षण को लेकर विशेष संवाद किया। उन्होंने वन्य विभाग के विश्राम गृह लाल मुनिया का उद्घाटन किया और वन एवं वन्य प्राणी विभाग की दो पुस्तिकाओं का लोकार्पण भी किया। कार्यक्रम के दौरान हर्बल वाटिका और नेचर ट्रेल की जानकारी भी दी गई और एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधे रोपित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में सभी प्रदेशवासियों को सावन मास की शिवरात्रि की बधाई दी। उनके संबोधन के मुख्य अंश…
आज एक पेड़ मां के नाम वन महोत्सव का आगाज किया गया है।
यह सावन मास का महीना एक तरह से पौधा रोपित करने का पर्व है।
प्रकृति भी इस माह में अपने आप पौधे रोपित कर देती है, हमें इन पौधों को भी संरक्षित करना होगा।
मोरनी, पौधों को संरक्षित करने के साथ-साथ टूरिस्ट हब के रूप में भी अहमियत रखता है।
जितनी यहां हरियाली होगी, उतने यहां लोग आएंगे, इसलिए हमें इसको संरक्षित करना होगा।
थापली से कालेसर तक शुरू किए गए नेचर ट्रेल का जिक्र किया और इससे होने वाले फायदे के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सप्ताह तक युवा पहाड़ी क्षेत्र का आनंद तो लें सकेंगे, साथ ही प्रकृति से रू-ब-रू होते हुए अपने मिशन में आगे बढ़ेंगे।
तीसरी बार नॉन स्टॉप सरकार जनता ने बनाई हैं।
सरकार ने बिना भेदभाव काम किए हैं, पहले तो जनता को वेट करना पड़ता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है।
पिछले 11 वर्ष में कालका विधानसभा में 2 हजार 446 करोड़ रुपये विकास कार्यों के लिए खर्च किए गए हैं।
प्रदेश की सरकार ने मोरनी और कालका के लिए ट्रिपल तेजी से विकास किया है।
कालका के लिए 174 घोषणाएं की थी, इनमें से 60 पूरी हो गईं, 9 पर काम चल रहा, बाकी भी जल्द पूरी होगी
नायब सिंह सैनी ने विधायक शक्ति रानी की मांग पत्र का जिक्र भी किया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह ने कहा कि प्रदेश को हरा भरा बनाने के सपने को सब मिलकर पूरा करेंगे।
2 करोड़ 10 लाख पौधे रोपित करने का टारगेट किया गया है।
आज संकल्प लेने की जरूरत है कि एक पौधा हर कोई लगाएगा, उसकी रक्षा और संरक्षण भी करेगा
क्लाइमेट चेंज का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह ने कहा कि हिसार और सिरसा में तथा यहां के तापमान में फर्क है, यह सब हमारी वजह से हुआ, प्रकृति का संतुलन हमें बनाना होगा
मुख्यमंत्री नायब सिंह ने कहा कि क्लाइमेन्ट चेंज पर ध्यान देना होगा
हम वृक्षों की रक्षा करेंगे, तो यह हमारी रक्षा करेंगे
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इसकी अहमियत को समझा है, तभी उन्होंने 5 जून 2024 को एक पेड़ मां के नाम अभियान का आगाज किया, हमें इस महत्व को समझना होगा, इससे धरती मां की रक्षा होगी।
हरियाणा सरकार प्रदेश को हरा भरा और प्रदूषण मुक्त करने का टारगेट है।
पिछले वर्ष 1 करोड़ 87 लाख पौधे लगाने का संकल्प लिया था।
इस बार 1 करोड़ 60 रोपित किए गए, 5 जून को 1 पेड़ मां के नाम दूसरे चरण में रोपित करने का 90 लाख का लक्ष्य रखा है।
2 करोड़ 10 लाख का कुल लक्ष्य रखा गया है।
हरियाणा के अरावली क्षेत्र में आने वाले 5 जिलों में जल संरक्षण के लिए बांध बनाए गए हैं, इसके साथ-साथ वन्य जीवों के लिए जल संरक्षण हेतु भी काम किया जा रहा है।
हमारी अर्थव्यवथा कृषि पर निर्भर है, पेड़ पौधों का इसमें विशेष महत्व है, क्योंकि इनकी छाया में खाद इत्यादि कम डलती है।
कोविड का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह ने कहा कि उस दौर में इसकी अहमियत लोगों को पता लगी, ऐसे में हमें इन्हें बचना होगा।
हरियाणा पहला ऐसा राज्य है जहां 75 साल के ऊपर के पेड़ों के लिए 3 हजार रुपये प्रतिवर्ष पेंशन दी जा रही है। 11 साल में 1 करोड़ पौधे रोपित किए हैं
अक्टूबर 2014 से करीबन 18 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं।
हर परिवार एक पौधा जरूर लगाएं, घर में कोई खुशी हो तो भी जरूर पौधा जरूर लगाएं।
पर्यावरण वन एवं वन्य जीव मंत्री ने राव नरबीर सिंह ने कहा कि वन महोत्सव केवल दिखावे के लिए नहीं होना चाहिए। प्रदेश में पेड़ांे की संख्या कम हैं, सरकार और अधिकारियों के साथ-साथ जनता को भी भागीदारी दिखानी होगी। विकास कार्यों के साथ-साथ पौधे लगाने जरूरी हैं पीएम मोदी ने एक पेड़ मां के नाम मुहिम शुरू की, हमें भी जीवन में 2 पेड़ जरूर लगाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की अहमियत कोई नहीं समझता, लेकिन कोविड में हमें अंदाजा हुआ कि क्या अहमियत थी इसकी। मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि पेड़ पौधों को केवल लगाना नहीं हैं, बल्कि 5 साल तक इसे बच्चे की तरह पालना होगा, तभी इसका वास्तविक फायदा होगा।