
सभी भारतियों लगी थीं हथकड़ियां
ट्रैवल एजेंट और बिचौलिया होंगे गिरफ्तार
कुरुक्षेत्र के पिहोवा का साहिल वर्मा काबू
चंडीगढ़, 17 फरवरी। लाखों रुपए का कर्ज लेकर डंकी रूट से गए अमेरिका से निर्वासित 112 प्रवासी भारतीय को लेकर कल रात करीब एक बजे अमेरिकी सैन्य विमान ग्लोबमास्टर सी-17 गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा। सभी प्रवासियों को हथकडि़यां लगी थीं । इसमें पंजाब के 31, हरियाणा के 44 और गुजरात के 33, उत्तरप्रदेश के दो और हिमाचल व उत्तराखंड के एक-एक युवा शामिल हैं।
अमेरिकी सेना के अधिकारियों ने सभी भारतियों को एयरपोर्ट पर तैनात विभिन्न विभागों के अधिकारियों के हवाले कर दिया। एयरपोर्ट पर सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सुबह तीन बजे सभी भारतवासियों को एयरपोर्ट से बाहर लाया गया। पुलिस की देखरेख में गाड़ियों में बिठाकर उन्हें घरों को रवाना किया गया। इससे पहले शनिवार को भी 116 भारतीय अमृतसर लौटे थे, जिनमें 33 हरियाणा के थे।
दूसरी ओर, डिपोर्ट होकर आए सभी लोगों को परिवार भी एयरपोर्ट के बाहर बैठे पूरी रात अपनों से मिलने का इंतजार करते रहे। उन सभी का कहना है कि लाखों रुपये का कर्ज लेकर विदेश भेजा था। अब यह डर सता रहा है कि जो कर्ज लिया था। उसे कैसे चुकता किया जाएगा। सबसे ज्यादा युवा पंजाब से सटे जिलों से हैं। शनिवार को लौटे 33 युवाओं में से सबसे ज्यादा पंजाब से सटे जिलों से ही हैं। सबसे ज्यादा करनाल जिले के आठ, कैथल के सात, कुरुक्षेत्र के तीन, अंबाला के चार, यमुनानगर, पंचकूला व पानीपत से दाे-दो, हिसार, भिवानी, रोहतक, सोनीपत व जींद से एक-एक युवक अमेरिका से लौटे हैं।
अमेरिका से डिपोर्ट अवैध प्रवासी भारतीयों में कुरुक्षेत्र के पिहोवा का साहिल वर्मा भी शामिल है। पुलिस को वह पॉक्सो और अन्य आपराधिक मामलों में वांछित था। उसके खिलाफ 14 मई, 2022 को दर्ज मामले में लकुआउट नोटिस जारी किया गया था। कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने बताया कि साहिल वर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी सभी 32 युवाओं को उनके घर भेज दिया गया है।
दूसरे व तीसरे जत्थे में डिपोर्ट किए गए सभी युवाओं पर हरियाणा की एसआईटी के निर्देश लागू होंगे। निर्देशों के तहत जिला पुलिस सभी के घर जाकर उनकी शिकायत दर्ज करेगी। जिस ट्रैवल एजेंट और बिचौलियों ने युवाओं को डंकी रूट से अमेरिका भेजा था, उनको जिला पुलिस गिरफ्तार करेगी। पहली जत्थे में अमेरिका से निर्वासित 34 में से मात्र आठ लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जबकि 26 ने शिकायत देने से मना कर दिया।