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कांग्रेस ने ईवीएम में धांधली का आरोप लगाया था
चंडीगढ़, 11 फरवरी। हरियाणा चुनाव आयोग ने नगर निगम नगर परिषद और नगर पालिका के चुनाव बैलेट पेपर से करवाने की कांग्रेस की मांग को सिरे से खारिज कर दिया है। आयोग ने कहा कि चुनाव ईवीएम से होंगे। कांग्रेस ने ईवीएम में धांधली का आरोप लगाया था। चुनाव आयुक्त ने बताया कि पूर्व में ईवीएम से चुनाव में न तो कोई धांधली सामने आई और न ही दोबारा मतदान की जरूरत पड़ी।
आयोग ने स्पष्ट कहा है कि चुनाव ईवीएम (इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन) से होंगे। इस संबंध में कांग्रेस को लिखित जवाब भी भेज दिया गया है। चुनाव आयुक्त धनपत सिंह की ओर से कांग्रेस को भेजे गए जवाब में उन सभी पिछले चुनावों की पूरी डिटेल साझा की गई है, जो ईवीएम से हुए हैं। साथ ही यह भी बताया गया कि पूर्व में ईवीएम से हुए चुनाव में न तो कोई धांधली सामने आई और न ही किसी केंद्र पर दोबारा मतदान की जरूरत पड़ी। अब अचानक ईवीएम में कैसे खराबी आ गई। हार का दोष ईवीएम पर जड़ा दिया। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान की अगुवाई में कल प्रतिनिधिमंडल ने राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह से मुलाकात कर बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की मांग की थी।
कांग्रेस ने ईवीएम में धांधली होने के आरोप लगाए थे। इससे पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी कांग्रेस ने हार के लिए ईवीएम पर दोष जड़ा था। इस बार कांग्रेस ने नगर निगम में मेयर के अलावा निगम पार्षदों के चुनाव भी पार्टी सिंबल पर लड़ने का निर्णय लिया है। नगर परिषद में चेयरमैन पद का चुनाव पार्टी के चुनाव चिह्न पर लड़ा जाएगा।
पिछले सप्ताह नई दिल्ली में हुई कांग्रेस की बैठक में ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर पर चुनाव करवाने की मांग उठी थी। इसके बाद ही कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयुक्त से मुलाकात की।
कांग्रेस ने भाजपा शासित उत्तराखंड का हवाला दिया कि उत्तराखंड में निकाय चुनाव बैलेट पेपर पर करवाए गए हैं। उसी पैटर्न पर हरियाणा में भी ईवीएम की बजाय बैलेट से चुनाव करवाए जाएं। अब चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ज्ञापन के बाद आज आयोग का जवाब पार्टी के पास भेज दिया है। कांग्रेस की ईवीएम में धांधली की आशंका को खारिज करते हुए आयोग ने स्पष्ट किया है कि निकायों के चुनाव ईवीएम से ही होंगे। आयोग की ओर से उन सभी शहरों में ईवीएम मशीनें भेजी जा चुकी हैं, जहां चुनाव और उपचुनाव होने हैं। आयोग की ओर से चुनावों की तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं।
इतना ही नहीं, हैदराबाद और बेंगुलरु से आई इंजीनियरों की टीम जिला मुख्यालयों पर पहुंच कर ईवीएम की जांच का काम भी पूरा कर चुकी हैं। इंजीनियरों की टीम द्वारा एनओसी दिए जाने के बाद ही निर्वाचन आयोग ने मतदान केंद्रों के अनुसार ईवीएम भेजी हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी कांग्रेस ने ईवीएम में धांधली के आरोप लगाए थे। कांग्रेस के हाई लेवल प्रतिनिधिमंडल ने भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त से दो बार मुलाकात भी की।
आयोग ने कांग्रेस की शिकायत को न केवल सिरे से खारिज कर दिया था, बल्कि ईवीएम में धांधली के आरोपों पर कांग्रेस को खरी-खरी भी सुनाई गई। हरियाणा कांग्रेस के कई नेता और विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में ईवीएम को लेकर केस भी दायर कर चुके हैं।अब हरियाणा चुनाव आयोग ने कांग्रेस की मांग को ही अव्यवहारिक बता दिया है। साथ ही कहा है कि ईवीएम में किसी तरह की धांधली संभव नहीं है।आयोग ने अपने जवाब में कहा कि प्रदेश में चार फरवरी को चुनाव कार्यक्रम घोषित हुआ था। आज से नामांकन-पत्र जमा करवाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई।
ऐसे में इस तरह की मांग करने का कोई औचित्य नहीं है। ईवीएम के फायदे गिनवाते हुए आयोग ने स्पष्ट कहा है कि प्रदेश में पूरी पारदर्शिता के साथ चुनाव करवाए जाएंगे। आयोग के जवाब के साथ ही स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में ईवीएम से ही निकायों के चुनाव होंगे।