
बस चालक व उसके साथियों ने युवक के पाइवेट पार्ट में डाल दी रोड
मुख्य आरोपी व उसके साथी फरार
नई दिल्ली, 9 फरवरी। मिनी बस की सीट व फर्श पर खाने गिरने से नाराज चालक और उसके साथियों ने युवक की बेरहमी से पीटा फिर प्राइवेट पार्ट में रोड डाल कर उसकी हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपी चालक व उसके दोस्त युवक की लाश बवाना बस डिपो के पास तालाब के पास फेंक कर फरार हो गए। बाहरी-उत्तरी दिल्ली के बवाना इलाकि का है। घटना शनिवार देर रात की है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मुख्य आरोपी व उसके साथियों की तलाश कर रही है। मृतक युवक की पहचान इटावा, यूपी निवासी मनोज उर्फ बाबू (28) के रूप में हुई हुई है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद मनोज का शव परिजनों के हवाले कर दिया है। पुलिस ने युवक की हत्या के आरोप में सुशांत शर्मा उर्फ चुटकली (24) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को मामले में मुख्य आरोपी बस चालक आशीष उर्फ आशु और उसके बाकी साथियों की तलाश में जुटी है। पुलिस ने वारदात वाली बस को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक मनोज अपने भाई जितेंद्र के साथ गौतम कॉलोनी, नरेला में रहता था। मनोज शादियों में खाना बनाता था। एक फरवरी की रात को वह सुल्तानपुर डबास एरिया में एक बर्थडे पार्टी में खाना बनाकर लौट रहा था। उस समय मनोज का साथी रसोइया दिनेश भी उसके साथ था। कार्यक्रम के बाद जो खाना बचा था मनोज ने उसे घर के लिए पैक कर लिया। इस बीच दोनों नरेला जाने के लिए मिली बस में सवार हो गए। बस में बैठने के दौरान अचानक एक पॉलिथीन के फटने से कढ़ी सीट और बस के फर्श पर बिखर गई। इसका पता जब बस चालक आशीष को लगा तो वह नाराज हो गया, उसने बस रोकी और मनोज के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। इस बीच दिनेश बवाना चौक पर उतार गया। बस चालक आशीष का कहना था कि वह खाने को साफ करे। मनोज ने जब कपड़ा न होने की बात की तो आरोपियों ने उससे शर्ट उतारकर खाना साफ करने के लिए कहा। इसी बात पर मनोज की उससे बहस होने लगी। मारपीट के बाद आरोपियों ने पहले तो बस में मौजूद रॉड व डंडों से पीटा फिर उसके प्राइवेट पार्ट में रोड डाल दी, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद आरोपियों ने बवाना फ्लाईओवर के नजदीक, डीटीसी बस डिपो के नजदीक तालाब के किनारे उसका शव फेंका और फरार हो गए। राहगीरों ने अगले दिन राहगीरों ने शव को देखा तो पुलिस को खबर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्ज्जे में लिया। क्राइम टीम और एफएसएल ने मौके से साक्ष्य जुटाए। मृतक की पहचान नहीं हो सकी, उसके शरीर पर भी चोट के निशान जाहिर नहीं हो रहे थे। पुलिस को लगा कि किसी बेघर की मौत हुई है। शव को मोर्चरी भेजा गया। इस बीच चार फरवरी को मनोज का भाई जितेंद्र उसे ढूंढता हुआ बवाना थाने पहुंचा तो शव की पहचान हुई। पुलिस ने पांच फरवरी को पोस्टमार्टम करवाया तो घटना का पता चला। मृतक के शरीर में अंदरूनी चोटें मौजूद थी। उसके प्राइवेट पार्ट पर भी गंभीर चोट थी। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। बाद में सीसीटीवी की पड़ताल हुई। इसके अलावा दोस्त दिनेश से भी बात हुई तो बस वाली वारदात का पता चला। पुलिस ने बस की तलाश शुरू की। बाद में बस को कब्जे में लिया गया, लेकिन चालक आशीष व उसके साथी फरार थे। बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त ने बताया कि शनिवार को टीम ने एक आरोपी सुशांत शर्मा उर्फ चुटकली को गिरफ्तार कर लिया। अब आशीष समेत बाकी आरोपियों की पुलिस की टीम को तलाश है। पुलिस उपायुक्त निधिन वालसन ने बताया कि उसके साथ कोई कुकर्म नहीं हुआ। उसके प्राइवेट पार्टी में रॉड डाली गई है।