
पैरोल के बाद से था फरार
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ था संपर्क में
दे रहा था वारदातों को अंजाम
झज्जर में दर्ज मामले में 5 साल की सजा
आर्म्स एक्ट में झज्जर में मुकदमा दर्ज
अदालत ने 3 फरवरी 2018 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई
एक अन्य मामले में दस वर्ष की सजा
वेटलिफ्टर रह चुका है जीतू, 2 मैडल भी जीते थे
Bilkul Sateek News
झज्जर/मेरठ, 26 फरवरी। तीन राज्यों की पुलिस के लिए सिरदर्द बने झज्जर के वेटलिफ्टर जितेंद्र उर्फ जीतू आज तड़के मेरठ में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। जीतू ने 2016 में अपने ही गांव के सरपंच और उसके पिता की हत्या कर दी थी। अदालत ने इस मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जीतू पैरोल पर जेल से बाहर आया था, उसके बाद से वह फरार था। जेल में वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आ गया था और फरार होने के बाद वह इस गैंग के साथ मिलकर वारदातों को अंजाम दे रहा था। जीतू पर एक लाख इनाम भी घोषित हो रखा था। जीतू वेटलिफ्टर भी रह चुका था और उसने दो मैडल भी जीत रखे थे। एक बार अपराध की दुनिया में कदम रखने के बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक बाद एक अपराधिक वारदातों को अंजाम देता गया।
जीतू दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। हरियाणा के झज्जर के गांव आसौंदा सिवान के रहने वाले जीतू पर आठ मुकदमे दर्ज हैं। इसमें तीन मुकदमों में उसे सजा हो चुकी थी। जीतू गाजियाबाद के थाना टीला मोड़ के 2023 के हत्याकांड में वांछित था। जिसके बाद उसकी तलाश की जा रही थी।
पुलिस के अनुसार जितेंद्र उस वक्त चर्चा में आया था, जब 2016 में झज्झर में उसपर दोहरे हत्याकांड का आरोप लगा। जिसके बाद अदालत ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इसी मामले में वह 2023 में पैरोल पर आ गया था, लेकिन सलाखों के बाहर आने के बाद वह फरार हो गया था।
यूपी एसटीएफ के मुताबिक जेल में रहने के दौरान वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आ गया था और फरार होने के बाद से वह गैंग के सदस्यों के साथ आपराधिक मामलों में लिप्त रहता था। जब गाजियाबाद पुलिस ने उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया तो एसटीएफ भी प्राथमिकता से उसे पकड़ने के लिए प्रयास कर रही थी।
जीतू की तलाश एसटीएफ को भी थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि जीतू मेरठ के मुडाली इलाके के जंगल में है। इसके बाद एसटीएफ ने घेरा कसना शुरू किया। बुधवार अल सुबह करीब 4 बजे जीतू को जवानों ने घेर लिया। एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम के साथ मुठभेड़ में जीतू गंभीर रूप से घायल हो गया। जीतू नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस बीच, मेरठ के एसएसपी डॉक्टर विपिन ताड़ा ने मुठभेड़ में जीतू के मारे जाने की पुष्टि की है। मेरठ एसटीएफ के एएसपी ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि जीतू पर हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कुल आठ आपराधिक मामले दर्ज थे।