
बदमाशों के हाथों में थे चाकू, पत्थर, लाठी-डंडे
जाति सूचक शब्दों के साथ धमकी देने का आरोप
बारात निकालने पर दी देख लेने की धमकी
दो बदमाशों को पकड़ कर किया पुलिस के हवाले
पुलिस पर दोनों बदमाशों को छोड़ने का आरोप
बारातियों के बीच डर का माहौल
दूल्हे की बहन व बुआ के साथ खींचातानी की, चैन भी छीनी
महिलाओं समेत कई लोगों को आई चोटें
फरीदाबाद, 25 जनवरी। फरीदाबाद के एसजीएम नगर में चाकू, पत्थर, लाठी-डंडे लिए 40-50 बदमाशों ने कल शादी की रस्मों के बीच घर में घुस कर पथराव किया। जिसमें हल्दी की रस्म में शामिल कई लोग घायल हो गए। बदमाश यहीं तक नहीं रूके, उन्होंने दूल्हे की बहन और बुआ के साथ भी खींचातानी की और उनकी एक चैन भी छीन ले गए। इनमें से दो बदमाशों को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया गया। जिन्हें पुलिस ने बाद में छोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि बदमाशों ने उन्हें जाति सूचक शब्द कहते हुए बारात निकालने पर देख लेने की धमकी दी है। परिजनों का आरोप है कि उल्टा पुलिस उन्हें ही धमका रही है। आज बारात निकलनी है, परंतु बारातियों के बीच डर का माहौल है। उन्होंने पुलिस से सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग की है।
पीड़ित परिवार के अनुसार उनके घर पर बदमाशों ने पथराव किया। उन्होंने दूल्हे की बहन और बुआ के साथ खींचातानी की। हमने दो हमलावरों को पकड़ लिया, लेकिन पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार को बदमाशों से डर बना हुआ है। उन्होंने पुलिस से सुरक्षा मांगी है। वहीं, पुलिस का कहना है कि हम इस घटना की जांच कर रहे हैं। बदमाशों की पहचान करने के लिए एक टीम गठित की है। घटना ने एक बार फिर से फरीदाबाद की कानून-व्यवस्था को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है।
परिजनों के मुताबिक हमलावर किसी लड़के की तलाश में पहुंचे और जब उन्होंने कहा कि यहां कोई लड़का नहीं आया है आप देख ले, लेकिन इसके बावजूद वह नहीं माने और पथराव शुरू कर दिया।
दूल्हे प्रवीन ने बताया कि उसकी शुक्रवार को बारात दिल्ली जानी है, लेकिन बृहस्पतिवार की शाम को उसे हल्दी लगाने कार्यक्रम चल रहा था जिसके चलते घर में लोगों का आना-जाना लगा हुआ था। गेट खुला हुआ था कि तभी लगभग 40 से 50 बदमाश जिन्होंने अपने हाथ में पत्थर, लाठी, डंडे और चाकू लिए थे आए। लेकिन उन्होंने उन्हें बाहर कर दिया। तभी बदमाशों ने उनके घर में पथराव शुरू कर दिया और घर में घुस गए। ना केवल उन्होंने उसकी बहन और बुआ के साथ खींचातानी की बल्कि उसकी बहन के गले से एक चैन भी छीन ली और भाग गए।
प्रवीन के अनुसार इस घटना में उन्होंने दो हमलावरों को पकड़ लिया और इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने के लगभग 1 घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची जिसके बाद उन्होंने उन दोनों युवकों को पुलिस के हवाले कर दिया। प्रवीन के मुताबिक वह किसी भी हमलावर को नहीं पहचानता और जिन दो युवकों को उन्होंने पुलिस को पकड़ कर दिया था ताकि यह खुलासा हो सके कि हमलावर कौन है कहां से आए हैं और हमले की वजह क्या है, लेकिन पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया और उल्टा अब पुलिस उन्हें ही धमका रही है। जबकि पथराव उनके घर पर हुआ है और घायल वह और उनके परिवार के लोग हुए हैं। लेकिन पुलिस ने बदमाशों को ना केवल छोड़ दिया बल्कि उन्हें ही धमकाया जा रहा है। वहीं प्रवीण ने बताया कि वह एससी समाज से आते हैं। बदमाशों ने न केवल उन्हें जाति सूचक शब्द कहें, बल्कि उन्हें बारात निकलने पर देख लेने की धमकी दी है। जिसके चलते उन्हें आज भी बदमाशों से डर बना हुआ है इसके चलते उन्होंने पुलिस से सुरक्षा मांगी थी लेकिन पुलिस ने उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं कराई।