
1003 एकड़ में बनेगी ग्लोबल सिटी
दो चरणों में होगा ग्लोबल सिटी का निर्माण
सभी सुविधाओं के साथ चमचमाती हाईराइज बिल्डिंगों से होगी लैस
मुख्यमंत्री सैनी मिलनसार व्यक्ति
जो एक बार मिल लेगा, कभी नहीं करेगा बुराई
कांग्रेसी विधायकों ने की थी मुख्यमंत्री की तारीफ
ड्रेन को साफ कराने के लिए भी दिए निर्देश
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 25 जनवरी। कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने आज कहा कि ग्लोबल सिटी मिनी दुबई जैसी दिखेगी। उन्होंने कहा कि ग्लोबल सिटी जब बनकर तैयार होगी तो ना केवल पूरे देश में विकास का उदाहरण बनेगी, बल्कि विश्व के अन्य देशों के लिए भी प्रेरणा बनेगी। द्वारका एक्सप्रेसवे के पास गुरुग्राम में बनने वाली ग्लोबल सिटी की साइट के निरीक्षण पर पहुंचे राव नरबीर सिंह ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर जरूरी दिशानिर्देश भी दिए।
हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि ग्लोबल सिटी बेहद हाईटेक सिटी होगी और एक ऐसा शहर होगा जैसा पूरे हिंदुस्तान में नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा की एक तरह से यह मिनी दुबई होगा। ग्लोबल सिटी में बड़ी-बड़ी कंपनियों के दफ्तर होंगे तो इस ग्लोबल सिटी के कैंपस के अंदर तमाम हाई-टेक सुविधा भी रहेगी। भविष्य में जब ग्लोबल सिटी बनेगी तो ये ना केवल देश के अन्य हिस्सों में विकास का उदाहरण पेश करेगी बल्कि विश्व के अन्य देशों को भी प्रेरणा मिलेगी।
राव नरवीर सिंह की माने तो इस ग्लोबल सिटी को एक हजार एकड़ से ज्यादा जमीन पर बसाया जाएगा जिसमें 50 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा कमर्शियल होगा तो वहीं 40 प्रतिशत हिस्से में रिहायशी प्लॉट भी होंगे। ग्लोबल सिटी में रहने वाले लोगों की मूलभूत सुविधाओं का खासतौर पर ध्यान रखा जाएगा, ताकि भविष्य में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो। इस दौरान उन्होंने ग्लोबल साइट पर चल रहे काम का दौरा करते हुए ग्लोबल सिटी में बनने वाली ड्रेनेज सिस्टम के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यहां पर काम ठीक तरह से चल रहा है और दिसंबर 2026 तक ग्लोबल सिटी बनने की उम्मीद है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस विधायकों द्वारा मुख्यमंत्री की तारीफ किए जाने पर कहा कि सीएम नायब सिंह सैनी मिलनसार व्यक्ति है जो भी उनसे एक बार मिल लेता है वह उनकी तारीफ जरुर करता है।
साथ ही खस्ताहाल रोड पर राव नरबीर सिंह ने बोलते हुए कहा कि उन्होंने अधिकारियों को दिशानिर्देश दिए हैं कि पहले ड्रेन को साफ कराया जाए ताकि यहां जलभराव ना हो और उसके बाद सड़क का निर्माण भी किया जाएगा।