
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 4 जून। गुरुग्राम पुलिस ने साइबर ठगी में एक पूर्व बैंक मैनेजर समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से 7 मोबाइल, 2 लैपटॉप व 2 बैंक खातों की किट (करंट बैंक खाते जिनकी 5 करोड़ रुपये प्रति दिन की लिमिट) बरामद की है।पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 18 मार्च को एक व्यक्ति ने पुलिस थाना साइबर अपराध पश्चिम पुलिस को एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि 13 जनवरी को एक अज्ञात व्हाट्सऐप नम्बर से एक मैसेज प्राप्त हुआ जिसमें एक लिंक दिया हुआ था। इसको विश्वास में लेने के लिए उन्होंने इसको कंफर्मेशन मेल, सेबी से रजिस्टर्ड कम्पनी के दस्तावेज भेजे। फिर व्हाट्सऐप चेटिंग करते हुए एक मोबाइल ऐप इंस्टाल करा ली और उसके माध्यम से इसको इन्वेस्टमेंट करके मुनाफा कमाने का प्रलोभन देते हुए इससे विभिन्न ट्रांजेक्शन करवाकर ठगी कर ली। इस सम्बन्ध में पुलिस थाना साइबर अपराध पश्चिम में मामला दर्ज किया गया।
थाना प्रभारी संदीप की टीम ने इस मामले में 5 आरोपियों को 1 जून को जीरकपुर (पंजाब) से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। आरोपियों की पहचान चिन्ता मनोज कुमार निवासी अंजनीपेट कोरेपाडू, जिला गुंटूर (आंध्र-प्रदेश), गुरविन्द्र निवासी गाँव बुरथली, जिला जीन्द (हरियाणा), रवि निवासी बस्सी पट्टी नजदीक दादा खेड़ा जिला जीन्द (हरियाणा), रोहित कुमार निवासी गाँव कुलेरी जिला हिसार (हरियाणा) व अक्षय निवासी गाँव पुना जिला उन्ना (हिमाचल-प्रदेश) के रूप के हुई है।
पुलिस 2 जून को न्यायालय में पेश करके आरोपी चिन्ता मनोज व आरोपी अक्षय को 2 दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया तथा आरोपी गुरविन्द्र, रवि व रोहित को न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
पुलिस जांच व पूछताछ में पता चला की मामले में ठगी गई राशि में से 4 लाख 40 हजार रुपये एक करंट बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए थे। यह करंट बैंक खाता चिन्ता मनोज ने अपने एक साथी विकास (पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है) से 80 हजार रुपये में खरीदा था और विकास ने यही बैंक खाता 40 हजार रुपये में बैंक खाता धारक से खरीदा था। चिन्ता मनोज ने इस बैंक खाते को रोहित को इसमें आने वाली राशि के 3% कमीशन पर दिया था तथा रोहित ने रवि व गुरविन्द्र के माध्यम से इस बैंक खाते को अक्षय को कमीशन पर दिया था, जिसके बदले ये अक्षय से कमीशन प्राप्त करते थे। अक्षय व्हाट्सऐप व टेलीग्राम इत्यादि ऐप्स के माध्यम से साइबर ठगों से जुड़ा हुआ था और अक्षय ने ही उक्त बैंक खातों को साइबर ठगों तक पहुँचाया था, जिसका प्रयोग करके साइबर ठगों ने इस वारदात को अंजाम दिया था।
पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि चिन्ता मनोज पहले HDFC बैंक में मैनेजर के पद पर नौकरी करता था, वर्ष-2024 में इसने टारगेट का प्रेशर होने के कारण नौकरी छोड़ दी थी। गुरुग्राम पुलिस द्वारा साइबर ठगी में संलिप्त अब तक कुल 34 बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
गुरुग्राम पुलिस द्वारा उपरोक्त अभियोग में अब तक कुल 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त अभियोग में आगामी कार्यवाही करते हुए उपरोक्त आरोपी चिन्ता मनोज व आरोपी अक्षय को 2 दिन के पुलिस हिरासत रिमांड के बाद आज पुनः न्यायालय में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। अभियोग का अनुसन्धान जारी है।