
एक इवेंट में वीईटी बाय ईएचएल स्विस प्रोफेशनल डिप्लोमा कोर्स को आधिकारिक रूप से नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (एनसीआरएफ) में शामिल किया गया
Bilkul Sateek News
नई दिल्ली, 20 अगस्त। भारत में व्यावसायिक शिक्षा (वोकेशनल एजुकेशन) के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) और स्विट्ज़रलैंड की ईएचएल हॉस्पिटैलिटी बिजनेस स्कूल ने आज नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के तहत वोकेशनल एजुकेशन ट्रेनिंग/वीईटी बाय ईएचएल डिप्लोमा (एडवांस) को आधिकारिक रूप से लॉन्च किया। इस इवेंट ने एक ग्लोबल स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रोग्राम को भारत के स्किल सिस्टम से जोड़ा। इससे युवाओं को नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (एनसीआरएफ) के तहत एकेडमिक क्रेडिट के साथ इंडस्ट्री-इंटीग्रेटेड ट्रेनिंग भी मिलेगी। इसके अलावा सीआईआई और इग्नू (आईजीएनओयू) ने एक एमओयू साइन किया। इस एमओयू के तहत सीआईआई- ईजीएनओयू करियर एज एकेडमी बनाई जाएगी। यह एकेडमी छात्रों को इग्नू के एकेडमिक फ्रेमवर्क के तहत उनके स्किल को आधिकारिक मान्यता देगी। इस पहल के जरिए सीआईआई और इग्नू मिलकर इंडस्ट्री-अलाइन्ड प्रोग्राम्स शुरू करेंगे।
इस इवेंट में एनसीवीईटी के अधिकारी, सीनियर इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर और शिक्षा क्षेत्र से जुड़े विद्वान एक साथ आए, ताकि भारत के स्किल डेवलपमेंट सेक्टर में इस अहम बदलाव का जश्न मना सकें। समारोह में एनएसक्यूएफ से जुड़ा पहला अंतरराष्ट्रीय एडवांस डिप्लोमा प्रोग्राम लॉन्च किया गया। यह प्रोग्राम छात्रों को आईजीएनओयू के प्रोग्राम में लैटरल एंट्री की सुविधा भी देगा।
कार्यक्रम में मौजूद प्रमुख अतिथियों में प्रो. उमा कंजीलाल वाइस-चांसलर इग्नू; डॉ. विनीता अग्रवाल और डॉ. नीना पाहुजा एक्जीक्यूटिव मेंबर एनसीवीईटी; प्रो. मार्कस वेंजिन सीईओ ईएचएल ग्रुप; अनिल चड्ढा मैनेजिंग डायरेक्टर आईटीसी होटल्स; अजीत डायस एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट–एचआर इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड और लोकेश सभरवाल वाइस प्रेसिडेंट ऑपरेशंस इंडिया एंड साउथवेस्ट एशिया हयात होटल्स शामिल थे।
इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रो उमा कंजीलाल ने बताया, “एनसीवीईटी द्वारा वीईटी बाय ईएचएल प्रोग्राम को मान्यता देना और इग्नू व सीआईआई के बीच एमओयू साइन होना एक ऐतिहासिक पल है। यह भारत में स्किल डेवलपमेंट के नए युग की शुरुआत है। सीआईआई–इग्नू करियर एज एकेडमी के लॉन्च से इंडस्ट्री-मान्यता प्राप्त प्रोग्राम अब इग्नू के एकेडमिक फ्रेमवर्क में शामिल किए जाएंगे और ऐसे अवसर कई सेक्टर में फैलाए जाएंगे। यह साझेदारी युवाओं को ग्लोबली रिलेवेंट स्किल से लैस करेगी, उनके एकेडमिक बैंक में मान्यता प्राप्त क्रेडिट और तेज़ी से बदलती इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार करियर संवारने में मदद करेगी।”
एनसीवीईटी की एग्जीक्यूटिव मेंबर डॉ विनीता अग्रवाल ने कहा, “सीआईआई–ईएचएल एडवांस डिप्लोमा प्रोग्राम को एनसीवीईटी की मंजूरी मिलना भारत के स्किल इकोसिस्टम में ग्लोबल स्टैंडर्ड शामिल करने की दिशा में एक अहम कदम है। यह मंजूरी प्रोग्राम की उच्च गुणवत्ता का प्रमाण है और स्किल डेवलपमेंट में इंडस्ट्री साझेदारी की अहमियत को भी दर्शाती है। ईएचएल जैसे प्रतिष्ठित संस्थान और प्रमुख इंडस्ट्री पार्टनर्स के साथ मिलकर हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे युवा इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार फ्यूचर रेडी स्किल हासिल करें। ऐसी साझेदारियां हमारे क्वॉलिटी, इनोवेशन और रिलेवेंट ट्रेनिंग के प्रति समर्पण को दिखाते हैं और भारत की तरक्की के लिए फ्यूचर रेडी स्किल्ड वर्कफोर्स बनाने में महत्वपूर्ण हैं।”
ईएचएल ग्रुप के सीईओ प्रो. मार्कस वेंजिन ने कहा, “एनएसक्यूएफ और एनसीआरएफ के तहत वीईटी बाय ईएचएल प्रोग्राम को भारत के नेशनल स्किल्स फ्रेमवर्क में शामिल करना एक बड़ा कदम है। इससे स्किल्ड और ग्लोबली कॉम्पिटिटिव हॉस्पिटैलिटी वर्कफोर्स बनाने में मदद मिलेगी। यह प्रोग्राम ईएचएल स्कूल ऑफ प्रैक्टिकल आर्ट्स के फैकल्टी द्वारा तैयार किया गया है और स्विट्जरलैंड के सफल मॉडल से प्रेरित है। इसमें क्लासरूम लर्निंग और रियल-वर्ल्ड इंडस्ट्री ट्रेनिंग को जोड़ा गया है। इसे भारत के आकार और विविधता के अनुसार ढाला गया है। सीआईआई के साथ मिलकर हम देशभर के युवाओं के लिए एकसमान और उच्च-गुणवत्ता वाले करियर के रास्ते बना रहे हैं, जिससे वे दुनिया भर में मान्यता प्राप्त क्वालिफिकेशन हासिल कर सकें और तेज़ी से बदलती सर्विस इंडस्ट्री में सफल हों।”
प्रोग्राम की शुरुआत से अब तक 1,200 से ज़्यादा शिक्षार्थियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है और यह इवेंट भारत में क्रेडिट-आधारित, ग्लोबली बेंचमार्क्ड वोकेशनल ट्रेनिंग को अपनाने की रफ्तार तेज़ करने की उम्मीद जगाता है। सीआईआई–ईएचएल की साझेदारी इस बात का मजबूत उदाहरण है कि पब्लिक, प्राइवेट और एकेडमिक सहयोग मिलकर वर्कफोर्स डेवलपमेंट के भविष्य को कैसे बदल सकते हैं।