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फरीदाबाद (अजय वर्मा), 22 मई। फरीदाबाद में डीटीपी विभाग की अवैध प्लाटिंग पर तोड़फोड़ की कार्रवाई लगातार जारी है। फरीदाबाद डीटीपी विभाग ने अवैध प्लाटिंग करने वाले बिल्डरों की कमर तोड़ने को लेकर कमर कसी हुई है। इसी के चलते आए दिन फरीदाबाद में अवैध प्लाटिंग पर डीटीपी विभाग का पीला पंजा चलता हुआ नजर आ रहा है और इसी कड़ी में आज डीटीपी विभाग ने फरीदाबाद के बड़े अवैध प्लाटिंग करने वाले यादव बिल्डर की अवैध प्लाटिंग पर तोड़फोड़ की बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया।
वहीं, इस मौके पर पीड़ित सचिन ने बताया कि उन्होंने अपने गांव की जमीन बेचकर यहां पर 700 गज का प्लॉट लिया था। इसके एवज में वह बिल्डर को 14 लाख रुपये भी दे चुके हैं, लेकिन आज यहां पर इस कॉलोनी को अवैध बात कर तोड़फोड़ की जा रही है। उन्होंने बताया कि खरीदते वक्त उन्हें नहीं बताया गया था कि यह अवैध है।
डीटीपी विभाग के अधिकारी एटीपी सचिन ने बताया कि लगातार अवैध प्लाटिंग पर विभाग की कार्रवाई जारी है। भूमाफियाओं के दफ्तर समेत तकरीबन 200 से ज्यादा डीपीसी और अवैध बने कई मकान भी तोड़े हैं। आगे भी इसी प्रकार अवैध प्लाटिंग करने वाले बिल्डरों के खिलाफ के कार्रवाई चलती रहेगी। वहीं, एटीपी सचिन ने लोगों से भी अपील की है कि अवैध प्लाटिंग करने वाले लोगों के झांसे में शहर के लोग ना आए, क्योंकि यह अवैध प्लॉट होते हैं और यहां पर कभी भी तोड़फोड़ की कार्रवाई हो सकती है तो ऐसे में अपने खून पसीने की कमाई ऐसे अवैध प्लाटिंग में ना लगे जहां आपको भारी नुकसान हो सकता है।
उधर, जब यादव बिल्डर की अवैध प्लाटिंग पर पीला पंजा चल रहा था, तो उसमें निवेश करने वाले लोग बुरी तरह से रो रहे थे। उन्होंने बिल्डर के झांसे में आकर अपने खून पीने की कमाई प्लाट खरीदने में लगा दी थी। जब पीला पंजा उनके आशियाने पर चलता तो उनकी आंखों से आंसुओं की अविरल धारा बहनें लगती। जो ये पूछती नजर आ रही थीं कि आखिर उनका क्या दोष था। बिल्डर ने उन्हें धोखे में रखकर प्लाट बेचा और दोषी तो वो भी सरकारी अधिकारी हैं जिनकी नाक के नीचे इतनी बड़ी कॉलोनी कट रही थी और तब शुरुआती दौर में उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया।