
नेहरू कॉलोनी में किया जाए लोगों का पुनर्वासः सौरव वाल्मीकि
Bilkul Sateek News
फरीदाबाद (अजय वर्मा), 11 जुलाई। फरीदाबाद की नेहरू कॉलोनी में तहसीलदार विक्री विजय कुमार द्वारा कब्जा जमा कराने को लेकर नोटिस चस्पा किया गया था। जिसमें साफ-साफ लिखा था नेहरू कॉलोनी में रह रही जनता तहसीलदार विक्री के रूम में जाकर अपना कब्जा सरेंडर करें, नहीं तो 10 तारीख को पुनर्वास विभाग द्वारा आपका कब्जा वापस ले लिया जाएगा।
जिसके बाद नेहरू कॉलोनी की जनता में हड़कंप मच गया और लोग सड़कों पर भी आ गए। बड़खल विधायक धनेश अदलखा ने भी जनता को आश्वासन दिया कि नेहरू कॉलोनी का एक भी मकान नहीं टूटेगा। मकान उन तीन लोगों के टूटेंगे जो अवैध नशा बेच रहे हैं। तहसीलदार विक्री द्वारा लगाए नोटिस के बारे में विधायक ने कहा या तो नोटिस खारिज होगा या नोटिस लगाने वाला अधिकारी सस्पेंड होगा। जिसके बाद नेहरू कॉलोनी की जनता विधायक के आश्वासन के मुताबिक शांत रही।
लोगों ने शांतिपूर्वक केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को भी अपना ज्ञापन सौंपा। जिसके बाद मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के पीए ने मंत्री की तरफ से लोगों को आश्वासन देते हुए कहा कि नेहरू कॉलोनी का एक भी मकान नहीं तोड़ा जाएगा।
जिसके बाद नगर निगम कमिश्नर ने एक प्रेस नोट जारी किया। निगम कमिश्नर ने कहा कि नेहरू कॉलोनी में तोड़फोड़ होती हैं तो यहां के जो लोग पात्र हैं, उनका पुनर्वास किया जाएगा। उन्हें रहने के लिए जगह दी जाएगी। जिसके बाद नेहरू कॉलोनी के लोगों में दोबारा हड़कंप मच गया। इसका मतलब साफ है की नेहरू कॉलोनी पर कार्रवाई होगी।
सौरव वाल्मीकि पत्रकार ने बताया कि जब हमें कमिश्नर साहब ने मीटिंग के लिए बुलाया तब उन्होंने कहा था कि कॉलोनी को नहीं तोड़ा जाएगा। अब बयान दिए जा रहे हैं की अगर तोड़ा की जाता हैं, तो कॉलोनीवासियों का पुनर्वास किया जाएगा। वैकल्पिक मकान दिए जाएंगे। जबकि कॉलोनीवासियों ने तहसीलदार विक्री विजय कुमार पर हजारों लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। नेहरू कॉलोनीवासियों ने बताया कि पुनर्वास विभाग ने सन् 2001-2002 में स्थायी निवासी होने के अलॉटमेंट फार्म भरवाए गए थे।
स्लम कल्याण समिति नेहरू कॉलोनी के प्रेस प्रवक्ता सौरव वाल्मीकि ने बताया कि कॉलोनी वासियों ने भरोसा किया कि हरियाणा सरकार इस जगह का मालिकाना हक देगी, इसीलिए लोग इस स्थान पर अपनी पाई पाई जोड़कर पक्के मकान बनाकर निवास कर रहे हैं। यह भूमि पुनर्वास विभाग की है। यहां पर हरियाणा सरकार ने सभी मूलभूत सुविधाएं दे रखी हैं। इस कॉलोनी का क्षेत्रफल सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार 59.75 एकड़ हैं। हमारी कॉलोनी में लगभग 12 से 15 हजार परिवार निवास कर रहे हैं। जिसकी कुल आबादी (स्त्री, पुरुष, बच्चे, बुजुर्ग) करीब 40 से 50 हजार हैं। और यहां सभी धर्म के लोग रहते हैं। जिसमें 55 प्रतिशत एससी, एसटी, डीएससी समाज के लोग रहते हैं। यह सब निवासी शांतिपूर्ण ढंग (एवं) भाईचारे अपना जीवनयापन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम सरकार से निवेदन करते हैं की यह 59.75 एकड़ जमीन पुनर्वास विभाग की हैं। हरियाणा सरकार अंतिकरण योजना को तत्काल प्रभाव से पुनः चालू किया जाए। नेहरू कॉलोनी निवासियों को उसी जगह उनके मकानों के अलाटमेंट आवेदन पत्र भरवा कर उन्हें मालिकाना हक दिया जाए। जिसका कॉलोनीवासी डीसी रेट द्वारा प्रति गज के हिसाब से जो भी पैसा होता है, उसे देने के लिए तैयार हैं। और साथ ही कॉलोनीवासियों ने बताया कि हम प्रशासन के साथ है। प्रशासन के मुताबिक 3 लोगों को चिन्हित कर रखा हैं अगर उसके खिलाफ प्रशासन कार्रवाई करता हैं तो समस्त नेहरू कॉलोनीवासी प्रशासन के साथ है। गलत काम करने वालों का कॉलोनी साथ नहीं देगी।