
एनसीआर का पहला जटिल स्पोंटेनियस हेमोपेरिटोनियम ऑपरेशन
पूरे विश्व में अभी तक ऐसे ऑपरेशनों की संख्या 40 से 45 तक
गर्भवती मां के पेट में भरा हुआ था खून
ऑपरेशन के दौरान पेट से निकला 3 लीटर के आसपास खून
गर्भ से बच्चे को सुरक्षित निकाला
जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ
फरीदाबाद (अजय वर्मा), 13 फरवरी। फोर्टिस एस्कॉर्ट्स के डॉक्टरों ने एक गर्भवती महिला की जटिल सर्जरी कर जच्चा-बच्चा दोनों की जान बचाई। एनसीआर में अपनी तरह के पहले स्पोंटेनियस हेमोपेरिटोनियम ऑपरेशन के दौरान उन्हें अपना पूरा अनुभव झोंकना पड़ा। जिससे वे बच्चे को गर्भ से सुरक्षित बाहर निकाल पाए। पूरे विश्व में इस तरह के ऑपरेशनों की संख्या मात्र 40 से 45 तक है। ऑपरेशन के दौरान मां के पेट से लगभग 3 लीटर खून निकला। ऑपरेशन एक माह पहले किया गया था जिसकी जानकारी आज एक संवाददाता सम्मेलन में दी गई। मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीति कौतिश ने बताया कि 30-32 सप्ताह की गर्भवती महिला पेट में तेज दर्द के कारण एमरजेंसी में आई थी। सारी जांच करने के बाद पता चला कि महिला के पेट में बहुत सारा खून जमा हो रखा था। परंतु बच्चा पूरी तरह से सुरक्षित था, उसे कोई दिक्कत नहीं थी। महिला को ऑपरेशन के लिए ले जाया गया। ऑपरेशन थियेटर में महिला के पेट से लगभग 3 लीटर खून निकाला गया। जिसके बाद बच्चे को गर्भ से सुरक्षित बाहर निकाला गया। इसके बाद बड़ी मात्रा अंडाशय और ट्यूब के पास से निकल रहे खून को रोका। इसके बाद दूसरी जगह से बह रहे खून को भी रोका। ऑपरेशन लगभग ढाई घंटे तक चला। ऑपरेशन के बाद महिला दो दिन तक आईसीयू में रही और उसके बाद पूरी तरह से स्वस्थ होकर घर चली गई। नवजात शिशु हफ्ता-दिन अस्पताल में रहा और उसके बाद उसे भी डिस्चार्ज कर दिया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
यदि मरीज को समय पर इलाज नहीं मिलता तो अत्यधिक खून बहने की वजह से उसकी मृत्यु हो सकती थी और बच्चे को भी खतरा पैदा हो सकता था।