
हरियाणा शिक्षा बोर्ड का मामला
दूरदराज के परीक्षा केंद्रों में भेजने का विरोध
इंडियन प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने जताया विरोध
सेंटरों तक पहुंचने के लिए यातायात की व्यवस्था तक नहीं
स्कूलों में परीक्षाओं के चलते स्टाफ परेशान
फरीदाबाद (अजय वर्मा), 23 फरवरी। हरियाणा शिक्षा बोर्ड द्वारा परीक्षार्थियों और स्टाफ को दूरदराज के परीक्षा केंद्रों पर भेजने का जबरदस्त विरोध हो रहा है। इंडियन प्राइवेट स्कूूल एसोसिएशन ने एक प्रेसवार्ता में अपनी आवाज बुलंद करते हुए कहा कि बोर्ड के नियमों के अनुसार छात्रों के लिए परीक्षा केंद्र पांच किलोमीटर के दायरे में होना चाहिए, लेकिन इस बार उन्हें 15-20 किलोमीटर दूर भेजा जा रहा है जहां यातायात तक की भी व्यवस्था नहीं है। एसोसिएशन ने कहा कि स्कूल स्टाफ को भी दूरदराज के परीक्षा केंद्रों में भेजा गया है। जिससे उन्हें भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप गुप्ता, महासचिव व कोषाध्यक्ष डॉ. राजेश मदान, उपाध्यक्ष अमित जैन और संयुक्त सचिव डॉ. शोभित आजाद ने कहा कि विद्यालयों के स्टाफ को भी दूरदराज के सेंटरों में भेजा गया है। जिस कारण से उन्हेें भी परेशानियों का सामना करना पड़़ रह है। ऐसे में दो दिन पहले जारी किए गए इन बदलावों से वह परेेशान है, क्योंकि अधिकाश स्कूूलों मेें परीक्षाएं चल रही है। ऐसे मेें स्टाफ की ड्यूटी दूरस्थ होने के कारण वह परेेशान है।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों की ड्यूटी उनके कार्यस्थल से 15-20 किलोमीटर की दूरी पर अन्य विद्यालयों में लगाई गई है। यह न केवल शिक्षकों के लिए असुविधाजनक है, बल्कि इससे शैक्षणिक कार्य भी बाधित हो सकता है। उन्होंने कहा कि इन ड्यूटियों को निरस्त किया जाए और पिछले वर्ष की भांति विद्यालय संचालन की व्यवस्था सुचारू रूप से चलने दी जाए। इससे शिक्षकों को अपनी नियमित शैक्षणिक जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभाने का अवसर मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस समस्या को लेकर उन्होंने शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा को भी अवगत करवा दिया है और कल फरीदाबाद में रहने वाले भाजपा के मंत्रियों से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे। वहीं उसके बाद शिक्षा मंत्री हरियाणा से भी मिलने जाएंगे। उन्होंने बताया कि केवल फरीदाबाद के निजी स्कूल संचालक इससे परेशान नहीं है, बल्कि पूरे हरियाणा के संचालक परेशान है और सरकार के इस फैसले को वापस लेना ही होगा और बोर्ड परीक्षा प्रक्रिया जैसे पहले चल रही थी वैसे भी चलनी चाहिए।