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फरीदाबाद (अजय वर्मा), 3 जुलाई। बल्लभगढ़ के रहने वाले ऋषभ ने 12 साल की उम्र से पावर लिफ्टिंग में अपनी धाक जमाते हुए आज ऑल इंडिया लेवल पर एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीतकर न सिर्फ अपने फरीदाबाद बल्कि हरियाणा का नाम भी देश में ऊंचा किया है। अब ऋषभ का चयन एशियन गेम के लिए किया गया है जोकि अक्टूबर में हांगकांग में आयोजित होगी। इसके बाद परिवार के लोगों में खुशी की लहर है।
आपको बात दे ऋषभ के पिता मुख्यमंत्री उड़न दस्ते में कार्यरत हैं और वह भी पावरलिफ्टिंग में अब तक कई गोल्ड जीत चुके हैं और उन्हीं से प्रेरित होकर ऋषभ पाल भी अब नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
मीडिया से बातचीत करते हुए ऋषभ ने बताया कि उन्हें यह प्रेरणा अपने पिता प्रभु दयाल से मिली। प्रभु दयाल पावरलिफ्टिंग खिलाड़ी है और वे अभी भी पावर लिफ्टिंग का गेम खेलते रहते हैं। जब ऋषभ की उम्र 12 साल थी तब वह अपने पिता प्रभु दयाल के साथ एक गेम में गया था, जहां पर उसने देखा कि उनकी ही उम्र के बच्चे पावरलिफ्टिंग गेम में हिस्सा ले रहे हैं तो ऐसे में ऋषभ ने सोचा कि क्यों ना उसको भी इस गेम में हिस्सा लेना चाहिए, तो ऋषभ ने भी 12 साल की उम्र में पहली बार पावरलिफ्टिंग गेम में हिस्सा लिया और गोल्ड मेडल जीतकर परिवार का नाम रोशन किया। जिसके बाद लगातार ऋषभ अब पावरलिफ्टिंग गेम में आगे बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं और हाल ही में 25 जून को कर्नाटक में हुए ऑल इंडिया पावर लिफ्टिंग गेम में ऋषभ ने एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीतकर न सिर्फ परिवार का बल्कि फरीदाबाद और हरियाणा का नाम रोशन किया है इसके बाद अब ऋषभ का चयन एशियन गेम के लिए हुआ है जो अक्टूबर में हांगकांग में होगा।
वहीं, अपनी खुशी जाहिर करते हुए प्रभु दयाल ने बताया कि वह खुद भी पावरलिफ्टिंग गेम के खिलाड़ी हैं और उन्होंने भी अब तक कई गोल्ड मेडल पावरलिफ्टिंग गेम में जीते हैं। दरअसल प्रभु दयाल हरियाणा पुलिस के जवान है। फिलहाल वे मुख्यमंत्री उड़न दस्ता टीम में कार्यरत हैं। समय न होने के बावजूद भी प्रभु दयाल अपना समय निकालकर अपने बेटे की तैयारी करवाते हैं। आज उन्हें बेहद खुशी हो रही है कि उनके बेटे ऋषभ ने कर्नाटक में हुए पावरलिफ्टिंग गेम में स्वर्ग और कांस्य पदक उनका, उनके परिवार, फरीदाबाद और हरियाणा का नाम रोशन किया है और वह आगे भी इसी प्रकार देश के लिए भी पावरलिफ्टिंग गेम खिलाना चाहते हैं।