
इनकम टैक्स में 12 लाख तक 0 टैक्स मिडिल क्लास के लिए बहुत बड़ी राहत लेकर आया है।
श्रमिकों के सामाजिक उत्थान के लिए भी बनने वाली नई योजनाएं उनको आर्थिक संबल प्रदान करेंगी।
सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के लिए ऋण सीमा को 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये किया जाना समय की मांग है।
स्टार्टअप्स के लिए भी ऋण सीमा 20 करोड़ तक की गई है, जोकि देश के विकास के लिए एक अच्छा संकेत है।
किसान क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के लिए कस्टमाइज्ड क्रेडिट कार्ड की मांग को पूरी करना एक सहरानीय पहल है।
सूक्ष्म लघु मध्यम उद्योगों की निवेश और टर्नओवर की सीमा को भी ढाई गुना निवेश में दो गुना टर्नओवर में तक बढ़ाया जाना देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने वाला कदम है।
(विनोद गुप्ता, वाइस चेयरमैन एमएसएमई चैंबर ऑफ कॉमर्स)