
पुन्हाना। आंगनवाडी केंद्र पर मिली चॉकलेट खाने से जालिका गांव के कुछ बच्चों को उल्टियां होने लगीं तो एक महिला के शरीर पर इंफेक्शन हो गया। बच्चों की हालत बिगड़ने पर ग्रामीणों ने हंगामा किया और इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद इआरवी की गाड़ी मौके पर पहुंची और चॉकलेट को कब्जे में लेकर विभाग के उच्च अधिकारियों को सूचित कराया गया। एक्सपायरी तिथि की चॉकलेट खाने से 10 बच्चे बीमार हो गए। इनमें से तीन को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इलाज के बाद बच्चों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। बच्चों में बांटी गई चॉकलेट लगभग सात दिन पहले एक्सपायर हो चुकी थी। इसके बाद भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने बच्चों में एक्सपायरी चॉकलेट बांट दी। वहीं, आंगनवाडी कार्यकर्ता ने मामले को चुनावी रंजिश से प्रेरित बताया है।
बता दें की आंगनवाड़ी केंद्रों में नौनिहालों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सर्दियों में कुछ आहार में मैन्यू में शामिल किए गए थे। जिनमें से एक प्रोटीन मिल्क बार (चॉकलेट) को भी शामिल किया गया था। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और विभागीय अधिकारियों की घोर लापरवाही से एक्सपायरी डेट के प्रोटीन मिल्क बार बच्चों और महिलाओं को बांट दिए गए।
बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि दो दिन पहले शाम करीब 4 बजे गांव की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मरियम द्वारा बच्चों को चॉकलेट बांटी गई। चॉकलेट खाने के कुछ देर बाद ही बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। चॉकलेट खाने वाले सभी बच्चे उल्टियां करने लगे, वहीं कुछ महिलाओं के शरीर पर भी इंफेक्शन हो गया।
एसडीएम पुन्हाना संजय कुमार ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी। अगर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने जानबूझकर बच्चों को एक्सपायरी डेट की चॉकलेट दी है तो कार्रवाई की जाएगी।