वायु प्रदूषण का असर आंखों पर
दिन प्रतिदिन खराब हो रही है गुरुग्राम की आबोहवा
आंखों में जलन व सांस लेने की आ रही हैं शिकायतें
बढ़ते वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन के तमाम दावे फेल
अस्पतालों में सांस के व आंखों में जलन के मामले बढ़े
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम (योगेश सैनी), 4 नवंबर।आंखों में जलन सीने में चुभन ये तूफान से क्यों है…? गुरुग्राम का हर शख्स परेशान सा क्यों है… जी हां इस गीत के बोल गुरुग्राम में रहने वालों पर पूरी तरह सटीक बैठ रहे हैं। इसका कारण है गुरुग्राम शहर की लगातार खराब होती जा रही आबोहवा। वायु प्रदूषण का लेबल लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसका असर शहर में रहने वाले लोगों की आंखों पर सबसे ज्यादा पड़ रहा है। इसके अलावा बच्चों एवं बुजुर्गों को सांस की परेशानी होने लगी है। दिवाली के बाद कि बात करे तो अस्पतालों में आंखों में जलन व सांस लेने में परेशानी के मामले बढ़े हैं। हालांकि बढ़ते वायु प्रदूषण के कारणों की जानकारी किसी को नहीं है, लेकिन जिस तरह से शहर में हर रोज प्रदूषण एकदम से बढ़ रहा है उससे माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में प्रदूषण का स्तर सामान्य से ज्यादा रहेगा।
साइबर सिटी में लगातार बढ़ता प्रदूषण दमा मरीजों के लिए काफी नुकसानदायक है। फोर्टिज हॉस्पिटल के डॉक्टर आकाश जयसवाल का कहना है कि वायु प्रदूषण हर वर्ष सर्दी के मौसम में ज्यादा रहता है और प्रदूषण ना बढ़े इसपर तेजी से काम करना होगा। उन्होंने कहा कि इस बार वायु प्रदूषण बुजुर्गों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। वहीं प्रदूषण की वजह से आंखों में जलन की शिकायतें बढ़ी हैं। ओपीडी में रोजाना 10 से 15 मरीज आंखों में जलन और आंखों में लाली होने की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। जैसे जैसे सर्दी बढ़ेगी और प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा तो इस तरह के मामलों में इजाफा होगा।
साइबर सिटी में लगता बढ़ रहा प्रदूषण चिंता का विषय है कि लाख कोशिशों के बाद भी प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। वायु प्रदूषण का स्तर नहीं बढ़े, इसके लिए सभी को काम करना होगा। इसके लिए पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा सभी संबंधित विभागों को अवगत कराया गया है। जिससे प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके। साइबर सिटी गुरुग्राम में डेवलपमेंट के नाम पर लगातार पेड़ों की कटाई हुई है, जिसके चलते प्रदूषण लेवल बढ़ा है और साइबर सिटी गुरुग्राम में वाहनों की बढ़ती तादाद और डीजल के ऑटो लगातार वायु प्रदूषण को बढ़ावा दे रहे हैं जिसके चलते साइबर सिटी लगातार प्रदूषण की चपेट में आ रही है। आंकड़ों की बात करें तो पर्यावरण पर काम करने वाली संस्थाएं लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए सरकार को भी कई बार आगाह कर चुकी है अगर प्रदूषण इसी तरह बढ़ता रहा तो वक्त दूर नहीं है इंसान का सांस लेना इस आबोहवा में मुश्किल हो जाएगा।



