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गुरुग्राम, 1 जून- विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण (DLSA), गुरुग्राम द्वारा जनजागरूकता अभियान आयोजित किया गया। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं सचिव, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण गुरुग्राम रमेश चन्द्र ने जानकारी दी कि यह कार्यक्रम जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं चेयरमैन, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण गुरुग्राम चन्द्रशेखर के मार्गदर्शन तथा हरियाणा राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण, पंचकूला के दिशानिर्देशों के तहत संचालित किया गया।
रमेश चन्द्र ने बताया कि इस वर्ष की थीम “युवाओं को तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना” रखी गई है, जो यह संदेश देती है कि युवा पीढ़ी को तंबाकू उद्योग के प्रचार और लत से सुरक्षित रखना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि तंबाकू हर वर्ष विश्वभर में 80 लाख से अधिक लोगों की जान लेता है और यह हृदय रोग, कैंसर और श्वसन संबंधी बीमारियों का प्रमुख कारण बन चुका है।
इस अवसर पर जिला न्यायालय परिसर में जागरूकता शिविर लगाए गए, जिनमें आमजन, विशेष रूप से युवाओं को तंबाकू के सभी रूपों — जैसे सिगरेट, बीड़ी, गुटखा, खैनी और ई-सिगरेट — से दूर रहने के लिए प्रेरित किया गया। रमेश चन्द्र ने कहा कि तंबाकू उद्योग खासतौर से युवाओं को लक्षित कर रहा है, जिससे समाज को सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ और तंबाकू-मुक्त जीवनशैली ही बेहतर भविष्य की नींव है।
उन्होंने सरकारों और सामाजिक संस्थाओं से अपील की कि वे कठोर नीतियों को लागू करें, जनशिक्षा अभियानों को बढ़ावा दें और नशामुक्ति कार्यक्रमों को सशक्त करें। उन्होंने यह भी कहा कि जनभागीदारी से ही तंबाकू के खिलाफ प्रभावी लड़ाई संभव है और सभी को मिलकर भावी पीढ़ियों को सुरक्षित रखने की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।
रमेश चन्द्र ने अंत में सभी से आह्वान किया कि वे विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर तंबाकू-मुक्त समाज के निर्माण का संकल्प लें और इस दिशा में जागरूकता फैलाने में सक्रिय भूमिका निभाएं।