
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 28 जुलाई। ओसियन सेवन बिल्डटेक (ओएसबी) द्वारा गुरुग्राम के सेक्टर 109 में एक्सप्रेस-वे टॉवर्स के नाम से अफॉर्डेबल हाउसिंग स्कीम प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत् 2016 में लॉन्च की गई थी। लेकिन बिल्डर स्वराज सिंह यादव ने 9 साल बीत जाने पर भी अभी तक काम पूरा नहीं किया और खरीददारों से लिए गए पैसे हड़प गया। बिल्डर को पहले दो बार नोटिस भेजे गए थे, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुआ। वह तीसरे नोटिस पर हाजिर हुआ। सोमवार को आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा 20 फ्लैट खरीददार गवाहों को बयान देने के लिए बुलाया गया।
ईओडब्ल्यू ने बिल्डर से एस्क्रो अकाउंट की जानकारी मांगी है, क्योंकि यह आरोप है कि बिल्डर ने नियमों और प्रक्रियाओं का पालन किए बिना, जैसे कि चार्टर्ड अकाउंटेंट के प्रमाणपत्रों के बिना, एस्क्रो अकाउंट से धन निकाला। यह बात एक्सिस बैंक के मैनेजर ने भी रेरा की स्वतः संज्ञान (सो मोटो) कार्यवाही में एक चूक के रूप में स्वीकार की है।
मामले की जांच इस चूक और एस्क्रो अकाउंट से धन के दुरुपयोग को लेकर की जा रही है, जो एक्सिस बैंक में रखा गया था। इस दुरुपयोग के कारण यह परियोजना पिछले 9 वर्षों से अधूरी पड़ी है और बिल्डर की तीनों परियोजनाएं आज तक अधूरी हैं।
बिल्डर ने अपना लाइसेंस नवीनीकरण नहीं करवाया है और उसने 1975 के अधिनियम के सभी नियमों का उल्लंघन किया है। उस पर लाइसेंस नवीनीकरण के लिए 21.5 करोड़ रुपये का जुर्माना बकाया है, जो आज तक नहीं चुकाया गया है।
इससे लगभग 3000 अफोर्डेबल हाउस खरीददारों का भविष्य संकट में पड़ गया है। फ्लैट खरीददारों ने मांग की है कि राज्य सरकार के अधिकारियों को इस परियोजना को पूरा करवाने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
बिल्डर की खाता पुस्तकों की फोरेंसिक ऑडिट की प्रक्रिया रेरा में लंबित है, जिसमें बिल्डर कोई सहयोग नहीं कर रहा है और जानबूझकर गलत और भ्रष्ट डाटा रेरा द्वारा नियुक्त ऑडिटर को देता रहा है।
फ्लैट खरीददारों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही बिल्डर पर कोई कार्यवाही नहीं हुई और परियोजना का कार्य तीव्र गति से नहीं करवाया गया तो सभी बायर्स सरकार और बिल्डर की मिलीभगत के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन करेंगे।