Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 17 अक्टूबर। डीपीजी डिग्री कॉलेज एवं डीपीजी विधि महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय बहुविषयक संगोष्ठी का आयोजन हुआ। जिसमें ‘लोकतंत्र वैश्वीकरण और कानून का शासन चुनौतियों और संभावनाओं की पृष्ठभूमि और तर्क’ (डेमोक्रेसी ग्लोबलाइजेशन- एंड द रूल ऑफ लॉ चैलेंजिस एंड प्रोस्पेक्टस) विषय पर डीपीजी डिग्री कॉलेज और डीपीजी विधि महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में 16 अक्टूबर को एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी का आरंभ सभी अतिथियों और संस्था के अध्यक्ष राजेंद्र गहलोत, वाइस चेयरमैन दीपक गहलोत, डीपीजी डिग्री कॉलेज प्राचार्य डॉ. एसएस बोकन, रजिस्ट्रार अशोक गोगिया के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर संगोष्ठी का प्रारंभ किया गया।

एक दिवसीय संगोष्ठी का संचालन प्राध्यापक सलोनी ने किया। संगोष्ठी में आए मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. स्वर्ण सिंह ने अपने वक्तव्य में लोकतंत्र के विषय में बताते हुए अलग-अलग समस्याओं के समाधान खोजने के संबंधों को बताते हुए विद्यार्थियों को शोध कार्य के लिए प्रेरित किया। वहीं, दूसरी ओर डॉ. अमित सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा अध्ययन (स्कूल ऑफ सोशल साइंस जेएनयू न्यू दिल्ली) ने अपने वक्तव्य में बताया कि बदलते समय के साथ वैश्विकरण का लोकतंत्र पर क्या प्रभाव पड़ रहा है। विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए शोध कार्य के लिए शिक्षकों व विद्यार्थियों को प्रेरित किया। संगोष्ठी में लगभग 70 प्राध्यापक और विद्यार्थी ने हिस्सा लिया। सभी विद्यार्थियों व प्राध्यापकों ने अपने-अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। जिसमें लगभग 50 शोध पत्र रजिस्टर किए गए। कॉलेज के रजिस्ट्रार अशोक गोगिया ने संस्थान के अध्यक्ष राजेंद्र गहलोत से अनुरोध किया कि डीपीजी डिग्री संस्थान में देश के शोध के विकास के लिए भविष्य में भी ऐसी संगोष्ठियों का आयोजन किया जाता रहे। इस एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन डीपीजी डिग्री कॉलेज तथा डीपीजी लॉ कॉलेज के सभी सदस्यों और इसकी कन्वीनर कला एवं मानवीकी विभाग अध्यक्ष डॉ. रीतू व डीपीजी विधि महाविद्यालय की डायरेक्टर डॉ. प्रिया शुक्ला के सफल प्रयास से संभव हो पाया। डीपीजी डिग्री कॉलेज प्राचार्य डॉ. एसएस बोकन, डीपीजी विधि महाविद्यालय डायरेक्टर डॉ प्रिया शुक्ला, एकेडमिक डीन डॉ. धर्मवीर सिंह, डिप्टी डीन डॉ. प्रियंका, आईक्यूएसी अध्यक्ष डॉ. शालिनी अरोड़ा, रिसर्च कमेटी की कन्वेनर डॉ. अमिता सिंह, कला एवं मानवीकी विभाग अध्यक्ष डॉ. रीतू सभी प्राध्यापक और छात्र उपस्थित थे।



