बाल दिवस पर म्यूजियों कैमरा में ‘एयर पॉल्यूशन’ थीम पर आयोजित युवा पैनल चर्चा में डीसी ने प्रशासनिक प्रयासों और जनभागीदारी पर दिया जोर
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 14 नवंबर। डीसी अजय कुमार ने कहा कि वायु प्रदूषण आज सिर्फ प्रशासनिक चुनौती नहीं, बल्कि एक सामूहिक जिम्मेदारी है, जिसमें नागरिक समाज से लेकर सरकारी एजेंसियों तक सभी की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। वे शुक्रवार को बाल दिवस के अवसर पर डीएलएफ स्थित म्यूजियों कैमरा में ‘एयर पॉल्यूशन’ थीम पर आयोजित युवा पैनल चर्चा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
डीसी अजय कुमार ने कहा कि जिले में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए कई क्षेत्रों में अब भी व्यापक सुधार की आवश्यकता है और प्रशासन इन सभी खामियों को चिन्हित करते हुए लगातार निगरानी, फील्ड निरीक्षण और आवश्यक कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने बताया कि शहरी स्थानीय निकायों, ट्रैफिक प्रबंधन से जुड़े विभागों, नगर नियोजन इकाइयों और अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय बढ़ाया जा रहा है, ताकि जमीन पर कार्य गति पकड़े और प्रदूषण नियंत्रण की रणनीति अधिक प्रभावी तरीके से लागू हो सके।

उन्होंने नागरिक समाज, विभिन्न आरडब्ल्यूए, स्वयंसेवी संगठनों, युवा समूहों और तकनीकी संस्थानों की सराहना करते हुए कहा कि इन संगठनों द्वारा उठाए गए मुद्दों, नियमित फीडबैक और सक्रिय भागीदारी ने प्रशासन को वास्तविक समस्या-क्षेत्रों की पहचान करने में बड़ी मदद की है। उनके प्रयासों और जन-जागरूकता अभियानों की बदौलत जिले में प्रदूषण नियंत्रण से संबंधित पहलें अधिक सशक्त हुई हैं।
डीसी ने कहा कि सबसे उत्साहजनक बात यह है कि युवा इन जटिल पर्यावरणीय मुद्दों पर गंभीरता से विमर्श कर रहे हैं, समाधान खोज रहे हैं और समाज को जागरूक करने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि जब युवा शक्ति इस अभियान का नेतृत्व कर रही हो, तो बदलाव निश्चित ही जल्दी और सकारात्मक रूप में दिखाई देगा।
पैनल चर्चा में एनसीआर के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने सहभागिता की जिसमें उन्होंने वायु प्रदूषण पर अपने व्यक्तिगत विचार और अनुभव पर चर्चा की, संचालन ज्योति पांडे लवकारे द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में म्यूजियो कैमरा के फाउंडर डायरेक्टर आदित्य आर्य, राहगीरी फाउंडेशन से सारिका पांडा, गुरुजल सोसायटी से शुभी केसरवानी, मेदांता अस्पताल से थोरेसिक सर्जन और डॉक्टर्स फॉर क्लीन एयर एंड क्लाइमेट एक्शन की प्रतिनिधि डॉ. रचिता चोपड़ा, गुड़गांव फर्स्ट की संस्थापक शुभ्रा पुरी सहित अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।



