- मुख्यमंत्री ने कहा, 27वां हरियाणा राज्य खेल उत्सव एक संकल्प, हर गांव, हर शहर, हर खेल मैदान से खेल प्रतिभाओं को खोज कर विश्व मंच तक पहुंचाएंगे
- पिछले 11 वर्षों में हरियाणा सरकार ने खिलाड़ियों को दिए 641 करोड़ के नगद पुरस्कार
- हरियाणा की मिट्टी में हौसला, साहस और दृढ़ निश्चय की ऊर्जा, देश को दिए विश्वस्तरीय खिलाड़ी
- 7 दिवसीय खेल उत्सव में प्रदेश के नौ जिलों तथा नई दिल्ली व चंडीगढ़ में होंगी 24 खेल प्रतियोगिताएं, 6 हजार से अधिक खिलाड़ी होंगे शामिल
- शुभारंभ उत्सव में शुभंकर “महाबली चीता” तथा थीम सॉन्ग किया गया लॉन्च
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 2 नवंबर। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा की युवा ऊर्जा, हमारा खेल ढांचा और खिलाड़ियों के लिए सुविधाएं, सब मिलकर आज एक नया इतिहास रच रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में आज दुनिया भारत को एक उभरती खेल शक्ति के रूप में देख रही है, जिसमें हरियाणा की निर्णायक भूमिका है। मुख्यमंत्री आज रविवार की शाम गुरुग्राम के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के तत्वावधान में 27वें हरियाणा राज्य खेल उत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे।
शुभारंभ कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष एवं सांसद पी.टी. ऊषा तथा हरियाणा ओलंपिक संघ के अध्यक्ष जसविंदर मीनू बेनीवाल समेत हरियाणा के पद्मश्री, अर्जुन अवॉर्डी तथा भीम अवॉर्डी खिलाड़ी भी मौजूद रहें।
मुख्यमंत्री सैनी ने मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर तथा दीप प्रज्वलित कर हरियाणा राज्य खेल उत्सव का शुभारंभ करने उपरांत आयोजन में उपस्थित प्रदेश की खेल प्रतिभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मिट्टी से मेडल तक थीम के साथ आयोजित हो रहा 27वां हरियाणा राज्य खेल उत्सव एक संकल्प है कि हम हर गांव, हर शहर, हर खेल मैदान से प्रतिभाओं को खोजेंगे, उन्हें तराशेंगे और उन्हें विश्व मंच तक पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा स्टेट गेम्स केवल प्रतियोगिता नहीं है, यह खिलाड़ियों के कौशल, साहस और संकल्प की परीक्षा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आने वाले वर्ष 2028, 2032 और 2036 के ओलंपिक खेलों में पदक लेने वाले खिलाड़ी आप में से ही होंगे।
खिलाड़ियों को दिए 641 करोड़ के नगद पुरस्कार
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में हरियाणा में 1 हजार 489 खेल नर्सरियां कार्यरत हैं। जिनमें 37 हजार 225 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। नर्सरियों में नामांकित 8 से 14 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों को 1500 रुपये तथा 15 से 19 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों को दो हजार रुपये प्रति माह दिए जा रहे हैं। वहीं खेल नर्सरी प्रशिक्षकों को 25 हजार रुपये तक मानदेय भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित रोजगार सुनिश्चित करने के लिए ‘हरियाणा उत्कृष्ट खिलाड़ी सेवा नियम 2021’ बनाये हैं। इसके तहत खेल विभाग में 550 नए पद बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल प्रतिभाओं को सम्मान करते हुए पिछले 11 वर्षों में हरियाणा सरकार ने खिलाड़ियों को 641 करोड़ के नगद पुरस्कार दिए हैं। हरियाणा सरकार ने हरियाणा खेल उपकरण प्रावधान योजना बनाई है। इसके तहत 15 हजार 634 खिलाड़ियों को उपकरण प्रदान किए गए हैं।
हरियाणा ने देश को दिए विश्वस्तरीय खिलाड़ी: पी.टी ऊषा
उत्सव में विशिष्ट अतिथि तथा भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष एवं सांसद पी.टी. ऊषा ने कहा कि हरियाणा की मिट्टी में हौसला, साहस और दृढ़ निश्चय की ऐसी ऊर्जा है जिसने हमेशा देश को विश्वस्तरीय खिलाड़ी दिए हैं। राज्य सरकार और हरियाणा ओलंपिक संघ के बीच आपसी सहयोग से खेलों का यह पुनर्जागरण संभव हुआ है। खेल मैदानों से लेकर एथलेटिक ट्रैक और शूटिंग रेंज तक, हर जगह हरियाणा प्रदेश की खेल नीतियों और सुविधाओं का प्रभाव दिखाई देता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री सैनी के नेतृत्व में यह सहयोग आगे भी इसी तरह जारी रहेगा और हरियाणा खेल जगत में नई ऊंचाइयां छुएगा।
मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में एक दशक बाद युवा शक्ति को दिखी खेलों की दिवाली: कैप्टन जसविंदर मीनू बेनीवाल
हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष कैप्टन जसविंदर मीनू बेनीवाल ने मुख्यमंत्री सैनी का 27वें हरियाणा स्टेट गेम्स में पहुंचने पर स्वागत किया। उन्होंने स्टेट गेम्स के थीम मिट्टी से मेडल का जिक्र करते हुए कि आज के आयोजन की प्रेरणा के स्रोत प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री सैनी है। हरियाणा में एक दशक से भी अधिक समय के बाद युवा शक्ति को खेलों की यह दिवाली मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि स्टेट गेम्स के प्रतिभागी बच्चे आने वाले समय में ओलंपिक खेलों में राष्ट्रगान बजवाएंगे। जिससे हरियाणा और भारत का नाम दुनिया में ऊंचा होगा।
भारत में हरियाणा पहला प्रदेश जिसमें पहली बार इतने भव्य रूप में स्टेट गेम्स आयोजित हुए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने युवाओं को प्रोत्साहन देने के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए है। मेरिट पर भर्ती और अच्छी खेल नीति की वजह से खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिल गया रहा है। उन्होंने इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की प्रेसिडेंट पी टी ऊषा को अपनी बड़ी बहन बताते हुए कहा कि खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए उनका सदैव मार्गदर्शन मिलता है।
शुभंकर “महाबली चीता” तथा थीम सॉन्ग किया गया लॉन्च
इस बार के राज्य खेल उत्सव का शुभंकर “महाबली चीता” रखा गया है, जो हरियाणा के खिलाड़ियों की तेज रफ्तार, साहस और जीत की भावना का प्रतीक है। वहीं, आयोजन का थीम सॉन्ग “माटी ते मेडल उपजें छोरे छोरी हरियाणा के” पूरे राज्य में जोश और गर्व का संचार कर रहा है। इस गीत के माध्यम से हरियाणा की मिट्टी से जुड़े खिलाड़ियों की मेहनत और जज़्बे को सलाम किया गया है। उत्सव में हरियाणा प्रदेश की गौरवशाली खेल यात्रा पर एवी क्लिप पर प्रदर्शित की गई।
8 नवंबर को कुरुक्षेत्र में होगा समापन
हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के तत्वावधान में यह खेल उत्सव 8 नवंबर को कुरुक्षेत्र में सम्पन्न होगा। मिट्टी से मेडल तक थीम पर आधारित इस सात दिवसीय उत्सव में हरियाणा के नौ जिलों सहित चंडीगढ़ तथा नई दिल्ली में 24 विभिन्न खेल स्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी जिनमें राज्य भर के 6 हजार से अधिक खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
इन जिलों में होंगी खेल प्रतियोगिताएं
गुरुग्राम में हॉकी, एथलेटिक्स, हैंडबॉल, टेबल टेनिस, फरीदाबाद में आर्चरी, वेटलिफ्टिंग, फेसिंग, टेनिस, सोनीपत में नेटबॉल, कुश्ती, कराटे, जूडो, कुरुक्षेत्र में योगासन, साइक्लिंग (रोड और ट्रैक इवेंट्स), पंचकूला में कबड्डी, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, झज्जर में ट्रायथलॉन वॉटरपोलो (तैराकी, साइक्लिंग, दौड़), रोहतक में बॉक्सिंग, करनाल में फुटबॉल, नई दिल्ली में शूटिंग तथा चंडीगढ़ में नौकायन (जलक्रीड़ा)।
यह रहे मौजूद
शुभारंभ समारोह में भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद धर्मबीर सिंह, एशियन कैनोइंग एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रशांत कुशवाहा, पटौदी की विधायक बिमला चौधरी, खरखौदा के विधायक पवन खरखौदा, नलवा के विधायक रणधीर सिंह पणिहार, पूर्व मंत्री संजय सिंह, हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष मंजीत सिंह, बीजेपी के जिला अध्यक्ष सर्वप्रिय त्यागी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। वहीं जिला प्रशासन की ओर से डीसी अजय कुमार व नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।



