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गुरुग्राम: गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने धनवापुर गांव स्थित सीवर शोधन संयंत्र के टेंडर को रद्द कर दिया है। टेंडर को लेकर एक कंपनी ने विजिलेंस में शिकायत की थी। बताया जा रहा है कि जीएमडीए अधिकारियों ने इस शिकायत के आधार पर टेंडर को रद्द करने का फैसला लिया है।
सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का टेंडर जीएमडीए ने इस साल के शुरूआत में गांव धनवापुर में जारी किया था। इसके तहत 100 एमएमडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) क्षमता का सीवर ट्रीटमेंट प्लांट और 200 एमएलडी क्षमता का पंपिंग स्टेशन बनाने बनाया जाना था। इसके लिए करीब 167 करोड़ रुपये का इस्टीमेट तैयार किया था।
जैसे ही जीएमडीए ने टेंडर आमंत्रित किए। वैसे ही दिल्ली की एक कंपनी ने इसकी शिकायत विजिलेंस से कर दी। कंपनी ने तथ्यों के आधार पर आरोप लगाए कि इस टेंडर के कागजात में छेड़छाड़ की गई है। विजिलेंस में शिकायत करके इसकी जांच की मांग उठाई गई।
जीएमडीए ने इस शिकायत के बावजूद इस टेंडर की तकनीकी बिड खोल दी। शिकायत को लेकर एक कमेटी का गठन किया। इस कमेटी ने जांच में टेंडर की शर्तों को सही बताया। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस कमेटी में जीएमडीए के सभी अधिकारी शामिल हुए। इस टेंडर में सात कंपनियों ने आवेदन किया, जिसमें से छह कंपनियां ऐसी थीं, जिसने कभी सीवर शोधन संयंत्र का निर्माण नहीं किया था।
भविष्य में विजिलेंस में विचाराधीन इस शिकायत की वजह से किसी तरह का व्यवधान ना हो, इसको देखते हुए जीएमडीए ने टेंडर को रद्द करने का फैसला लिया है। अब टेंडर की शर्तों को दुरुस्त करने के बाद नए सिरे से टेंडर आमंत्रित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।