
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 10 जून। चोरों ने DLF फेस 3 में पूर्व एडिशनल चीफ सेक्रेटरी की कोठी पर पूरी तरह से हाथ साफ कर दिया है। चोर कोठी से महंगी टोटियां तक उखाड़ ले गए। चोरी की वारदात के समय पूरा परिवार केरल में था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज की भी खंगाल रही है।
प्रदेश के पूर्व एडिशनल चीफ सेक्रेटरी डॉ. जी प्रसन्ना कुमार IAS की कोठी से चोरों ने पानी की पाइप, खिड़कियों के शीशे और दरवाजों के ताले तोड़कर भारी नुकसान पहुंचाया। चोर बाथरूम और किचन की महंगी टोटियां तक उखाड़ ले गए।
डॉ. जी प्रसन्ना कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि रिटायरमेंट के बाद वे अब केरल के कोच्चि में रह रहे हैं। डीएलएफ फेस 3 में स्थित कोठी की देखभाल माली विनोद कुमार करता है। सुबह के समय विनोद गार्डन में काम करने के लिए आया तो घर में पानी की पाइप और खिड़कियों के टूटे हुए शीशे देखकर उसने तुरंत सूचना दी। विनोद ने शक जताया कि चोर अभी भी घर में मौजूद हो सकते हैं। फोन पर जानकारी मिलते ही एसीएस ने पुलिस को इसकी सूचना दी। साथ ही DLF फेज 3 को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की।
चोरी की सूचना मिलते ही गुरुग्राम पुलिस हरकत में आई। 9 जून को एएसआई जोगिंद्र और सिपाही ब्रह्म प्रकाश फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जांच में पाया गया कि चोरों ने मुख्य दरवाजे का ताला और खिड़की के शीशे तोड़कर कोठी में प्रवेश किया। बाथरूम और किचन की टोटियां, सिंक और कमरों के ताले भी तोड़े गए थे।
हैरानी की बात यह है कि घर के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे लंबे समय से खराब थे, जिसका फायदा चोरों ने उठाया। जिसके बाद पुलिस ने आसपास की कोठियों के बाहर लगे सीसीटीवी खंगालने शुरू किए हैं।पुलिस ने मौके से एक लाल रंग का पेचकस, प्लास, पाइपरेंच, हथौड़ी और रेती बरामद की। इस सामान को चोरी के दौरान इस्तेमाल किया गया था। फोरेंसिक टीम ने इन सामानों को अपने कब्जे में लिया और घटनास्थल की वीडियो क्लिप तैयार की। पुलिस ने विनोद कुमार के बयान को ई-साक्ष्य पर अपलोड किया है। जांच अधिकारी जोगिंद्र ने बताया कि शिकायत मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई थी। उन्होंने मामला दर्ज कर लिया है और जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। पुलिस ने फोरेंसिक साक्ष्यों और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि यह एक सुनियोजित चोरी थी।
प्रसन्ना कुमार 1975 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुए और उन्हें हरियाणा कैडर आवंटित किया गया था। प्रसन्ना कुमार गुरुग्राम में हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (HIPA) के डीजी रह चुके हैं। वह 31 अक्टूबर 2010 को हरियाणा सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए।