
पूर्व मंत्री भुक्कल ने लगाए विकास में भेदभाव के आरोप
कहा- झज्जर के पार्क पर किए सत्ताधारी नेताओं ने कब्जे
Bilkul Sateek News
झज्जर (विनीत नरूला), 18 मार्च। विधानसभा मेें चल रहे बजट सत्र में झज्जर के पार्कों की बदहाली का मुद्दा पूरे जोर-शोर से उठा। झज्जर की कांग्रेस विधायक और प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकी गीता भुक्कल ने मौजूदा बजट सत्र में शहर व क्षेत्र के बदहाली का मामला उठाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष का हलका होने के चलते लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि झज्जर शहर मेें अनेक पार्क पूर्व की कांग्रेस सरकार में बनाए गए थे। जोकि अब काफी बदहाल स्थिति में है। भुक्कल ने कहा कि हर बार यहीं कहा जाता है कि टेंडर कराए जा रहे है, लेकिन पार्क की बदहाल स्थिति कब सुधरेगी इस बात का किसी को पता नहीं है। पार्क में लोग जाते तो स्वास्थ्य लाभ के लिए है, लेकिन अब शहरवासियों ने पार्क में जाना उनकी बदहाल स्थिति को देखकर जाना बंद कर दिया है।
उन्होंने शहर के पंडित श्रीराम शर्मा पार्क की जमीन का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं ने इस अपरोक्ष तौर पर एक तरह से इस पार्क पर कब्जे कर लिए है, लेकिन सरकार के बार-बार संज्ञान में लाए जाने के बावजूद भी इस पार्क की सुध नहीं ली जा रही है। उन्होंने कहा कि शहर का मंगलीराम पार्क और मातूराम पार्क स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर बनाए गए थे, लेकिन यहां की स्थिति काफी बदहाल है। शहर की सफाई व्यवस्था काफी बदहाल स्थिति में है।
शहर के सेक्टर-6 और 9 में मूलभूत सुविधाओं का पूरी तरह से टोटा है। उन्होंने कहा कि झज्जर के खिलाड़ी प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करते रहे हैं, लेकिन शहर का एकमात्र स्टेडियम बुरे हाल में है। इस स्टेडियम का नाम जहांआरा बाग स्टेडियम से बदलकर महर्षि दयानंद सरस्वती के नाम पर कर दिया गया, लेकिन स्टेडियम की हालत के सुधार की तरफ ध्यान नहीं दिया गया। यहां इस स्टेडियम में गणतंत्र व स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन होते थे, लेकिन यहां इस स्टेडियम में सुधार करने की बजाय इन कार्यक्रम को बस स्टैंड की कर्मशाला में आयोजित करना शुरू कर दिया गया। जोकि निंदनीय है। उन्होंने कहा कि ऐसे ही हालात यहां झज्जर विस के अनेक गांवों के है। खस्ता हाल सड़कों पर से होकर आमजन को गुजरना पड़ रहा है।