खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की जांच मिली गड़बड़ी
बायोमेट्रिक सिस्टम से निकाल लिया तेल
झज्जर, 7 फरवरी। जिले के तुम्बाहेड़ी गांव में गरीबों के राशन में हेराफरी का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने डिपो संचालक सुरजप्रकाश के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। आरोप है कि जनवरी माह का सरसों का तेल पात्र लाभार्थियों को दिए बिना ही बायोमेट्रिक सिस्टम से निकाल लिया गया। जांच के दौरान जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी झज्जर, सहायक खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी अमरजीत, निरीक्षक रंजन यादव, निरीक्षक हरिओम, उप निरीक्षक महावीर और अन्य अधिकारियों की टीम ने डिपो का निरीक्षण किया। इस दौरान राशन वितरण में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई।
जांच टीम के अनुसार डिपो पर केवल 54 क्विंटल बाजरा मिला, जबकि विभागीय पोर्टल के अनुसार डिपो संचालक के पास गेहूं 40.28 क्विंटल, चीनी 2.40 क्विंटल, सरसों का तेल 212 लीटर, बाजरा 85.19 क्विंटल होना चाहिए था, लेकिन भौतिक जांच में गेहूं, चीनी और सरसों का तेल पूरी तरह से गायब मिला, जबकि बाजरा भी 31.19 क्विंटल कम पाया गया। जाहिर है कि डिपो संचालक ने लाखों रुपये के राशन की हेराफेरी की है। जांच अधिकारियों ने गांव के 29 राशन कार्डधारकों से व्यक्तिगत और 9 कार्डधारकों से सामूहिक रूप से बयान लिए। 9 कार्डधारकों ने बताया कि उन्हें 25 जनवरी को सरसों का तेल नहीं दिया गया, जबकि 17 अन्य लाभार्थियों ने भी यही शिकायत की।
जब खाद्य आपूर्ति विभाग ने इन राशन कार्डधारकों की जानकारी पोर्टल पर चेक की, तो पता चला कि उनके नाम से सरसों का तेल डिपो संचालक ने पहले ही बायोमेट्रिक सत्यापन कर निकाल लिया था। इससे यह साफ हो गया कि डिपो संचालक ने लाभार्थियों को उनका हक का राशन नहीं दिया और खुद ही उसे खुर्द-बुर्द कर लिया। डिपो संचालक की इस अनियमितता को लेकर खाद्य आपूर्ति विभाग ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने डिपो संचालक सुरजप्रकाश के खिलाफ धोखाधड़ी और राशन की हेराफेरी के आरोप में केस दर्ज कर लिया है।