
Image source : social media
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चंडीगढ़ : हरियाणा के अध्यापक-प्राध्यापक आज एक अनोखी दुविधा में फंसे हुए हैं। राज्य में एक ओर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं, तो दूसरी ओर निकाय चुनाव की रिहर्सल भी आयोजित की जा रही है। दिलचस्प लेकिन मुश्किल हालात यह हैं कि कई शिक्षकों की ड्यूटी इन दोनों जगहों पर एक साथ लगाई गई है, जिससे वे असमंजस में हैं कि दोनों जिम्मेदारियों को एक साथ कैसे निभाया जाए।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं आज, वीरवार से शुरू हो रही हैं। अध्यापकों को इन परीक्षाओं की ड्यूटी सौंपी गई है, लेकिन इसी दिन निकाय चुनावों के लिए पोलिंग पार्टी और पीठासीन अधिकारियों की रिहर्सल भी होनी है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि शिक्षक एक ही समय पर दोनों जिम्मेदारियां कैसे निभा पाएंगे?
चुनाव अधिकारियों ने रिहर्सल के लिए शेड्यूल जारी कर दिया है, जिसमें सभी पोलिंग पार्टी के सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य है। दूसरी ओर, परीक्षा के तहत अंग्रेजी की परीक्षा दोपहर 12:30 से 3:30 बजे के बीच होनी है। परीक्षा केंद्र अधीक्षकों को इस दौरान प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाएं बोर्ड से लेकर परीक्षा केंद्रों तक पहुंचानी हैं, लेकिन यही समय चुनाव रिहर्सल के लिए भी निर्धारित किया गया है।
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने इस समस्या को जिला निर्वाचन अधिकारियों के समक्ष रखा है। जानकारी के अनुसार, पीजीटी शिक्षकों को निकाय चुनाव में पीठासीन अधिकारी और टीजीटी शिक्षकों को सहायक पीठासीन अधिकारी तथा पोलिंग पार्टी का सदस्य बनाया गया है। वहीं, बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों के अधीक्षकों को ड्यूटी बस्ते भी जारी कर दिए हैं। अध्यापक संघ ने मांग की है कि या तो चुनावी रिहर्सल का समय बदला जाए या फिर परीक्षा ड्यूटी में लगे शिक्षकों को इससे छूट दी जाए।
इसके अलावा, 12 मार्च को निकाय चुनाव की मतगणना भी प्रस्तावित है, लेकिन इसी दिन 12वीं कक्षा की राजनीतिक विज्ञान की परीक्षा भी निर्धारित है। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि मतगणना केंद्र किसी भी परीक्षा केंद्र से अलग रखा जाए, ताकि छात्रों और शिक्षकों को असुविधा न हो।