असंतुष्ट अहलावत के खिलाफ लाए थे अविश्वास प्रस्ताव
हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद हुई थी अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग
झज्जर, (विनीत नरूला), 5 फरवरी। हरियाणा के झज्जर में कॉ-ऑपरेटिव बैंक की चेयरपर्सन नीलम अहलावत को अविश्वास प्रस्ताव से पद से हटा दिया गया। दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव में उनके पक्ष में 9 में से मात्र 3 वोट ही डलेंें। वहीं, उनके खिलाफ 6 डायरेक्टर्स ने वोटिंग की।
सचिवालय स्थित बैंक शाखा में रजिस्ट्रार सविता राठी की अध्यक्षता में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया और नीलम अहलावत को पद से हटा दिया गया। अब चेयरपर्सन के चुनाव के लिए चयन की तारीख तय होगी। चयन वोटिंग के जरिए होगा। झज्जर कॉ ऑपरेटिव बैंक की चेयरपर्सन नीलम अहलावत के खिलाफ सोसायटी के डायरेक्टर्स ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जिसके आधार पर रजिस्ट्रार सविता राठी की अध्यक्षता में सारी कार्यवाही हुई और चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले बोर्ड ऑफ मेंबर 6 होने के कारण उनको पद से हटा दिया गया।
बता दें कि को-ऑपरेटिव बैंक झज्जर में डायरेक्टर्स में से नीलम अहलावत को 24 दिसंबर 2021 को चेयरपर्सन चुना गया था। जिसके बाद से ही चुने हुए डायरेक्टर्स में से कुछ नीलम अहलावत के खिलाफ रहे हैं। पिछले वर्ष 20 दिसंबर को भी डायरेक्टर्स चेयरपर्सन के कामों से नाखुश होकर उसके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे लेकिन उस बैठक में चार डायरेक्टर्स को सस्पेंड कर दिया गया था। असंतुष्ट खेमे के डायरेक्टर जयवीर मोर ने बताया कि चेयरपर्सन के खिलाफ हाईकोर्ट में अविश्वास प्रस्ताव के लिए याचिका लगाई गई थी जिस पर मुहर लगाते हुए 5 फरवरी की तारीख हाईकोर्ट की ओर से अविश्वास प्रस्ताव के लिए निर्धारित की गई। बैंक में रजिस्ट्रार सविता राठी की अध्यक्षता में अविश्वास प्रस्ताव पास हुआ और नीलम अहलावत को चेयरपर्सन के पद मुक्त कर दिया गया।