
चुनाव बहुत महत्वपूर्ण : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
निकाय चुनाव के बाद होंगे जिला अध्यक्ष चुनाव :पुनिया
चंडीगढ़, 5 फरवरी। हरियाणा स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर चंडीगढ़ स्थित पंचकूला में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में विशेष बैठक हुई। इस दौरान स्थानीय निकाय के चुनाव को लकर चर्चा हुई। बैठक में सभी जिलों के अध्यक्ष, जिला प्रभारी, सभी विधायक, केंद्रीय में मनोहर लाल खट्टर और प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़, वरिष्ठ भाजपा नेता रामबिलास शर्मा,अर्चना गुप्ता,सुनीता दुग्गल,कृष्ण बेदी भी शामिल हुए। बैठक के बाद मुख्यमंत्रा नायब सिंह सैनी ने कहा कि बैठक में मुख्य चर्चा स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर हुई। उन्होंने कहा कि अभी हम एक चुनाव से आए हैं और दूसरे चुनाव की तारीखों की घोषणा हो गई है। यह प्रदेश भर का चुनाव है। यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि जितना छोटा चुनाव उतना ही टाइट हो जाता है। उसके लिए ज्यादा ताकत और शक्ति लगानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के हर कार्यकर्ताओं को मतदाओं के पास जाना होगा और उन्हें पार्टी की नीतियों व सराकर की योजनाओं के बारे में बताना होगा।
बैठक के बाद हरियाणा भाजपा प्रभारी सतीश पुनिया ने कहा कि नगर निगम और नगर परिषद चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ेगी। वहीं, नगर पालिका चुनाव पर विचार करेंगे। नगर निगमों को लेकर अलग-अलग संकल्प पत्र निकाले जाएंगे। निकाय चुनाव के चलते हरियाणा में जिला अध्यक्ष चुनाव बाद में होंगे। शहरी निकाय चुनाव में भाजपा की जीत होगी।
हरियाणा भाजपा अध्यक्ष मोहनलाल बडौली ने कहा कि मेयर, प्रधान और पार्षद चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ जाएंगे। नगर पालिका के प्रधान का चुनाव भी सिंबल पर लड़ने का विचार कर रहे हैं। छह और सात फरवरी को चुनाव लड़ने वाले लोगों का बायोडाटा लिया जाएगा और आठ फरवरी को जिन जगहों पर चुनाव हैं उन जगह बैठक होगी। नौ फरवीर को हमारे पास पैनल आएंगे। उस पर हम चर्चा करेंगे। विकास के नाम पर वोट मांगे जाएंगे। प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव के बाद ट्रिपल इंजन की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कोई चुनौती नहीं है। सीएम सैनी ने कहा कि जिस कमेटी की चर्चा हमारे अध्यक्ष ने की है तो उसमें एक भी कार्यकर्ता छूटना नहीं चाहिए। विचार करने के बाद पार्टी तय करती है कि हमारा कौन कार्यकर्ता चुनाव लड़ेगा। जिला स्तर और प्रदेश स्तर पर चुनाव संचालन समिति बनाई जाएगी। समय कम होने के चलते यह समिति छह और सात फरवरी को लोगों के विचार-विमर्श के बाद तय करेगी कि पार्टी का कौन कार्यकर्ता चुनाव लड़ेगा। सीएम ने कहा कि उन्हें यह भी सुझाव मिल रहा है कि ऐसे कार्यकर्ता भी मौका दिया जाए जो पार्टी का पदाधिकारी नहीं है। ऐसे में जिसकी भी चुनाव लड़ने की इच्छा होगी वह भी फार्म भर सकता है। निकाय चुनाव दो चरणों में होंगे। पानीपत नगर निगम को छोड़कर शेष सभी 40 संस्थाओं में 2 मार्च को मतदान होगा। मतदाता सूची प्रकाशन में देरी के चलते पानीपत निगम के चुनाव 9 मार्च को होंगे।