
Image source : social media
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सोनीपत : नगर निगम क्षेत्र में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल सोमवार को और व्यापक हो गई, जब संविदा सफाई कर्मियों के समर्थन में पे-रोल और स्थायी सफाई कर्मी भी हड़ताल में शामिल हो गए। इसके चलते पूरे शहर में सफाई व्यवस्था चरमरा गई और बाजारों, मुख्य सड़कों, कॉलोनियों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर कूड़े के ढेर लग गए। सफाई नहीं होने के कारण दुकानदारों, स्थानीय निवासियों और खरीदारी के लिए आए लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। नगर निगम प्रशासन की ओर से कोई वैकल्पिक व्यवस्था न किए जाने के कारण हालात और बिगड़ते जा रहे हैं।
नगरपालिका कर्मचारी संघ के सोनीपत इकाई के प्रधान भारत कंडेरा ने प्रशासन और सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों का समाधान दो दिन के भीतर नहीं किया गया, तो बुधवार से नगर निगम कार्यालय के गेट पर ताला जड़ दिया जाएगा और अधिकारियों को कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, नगर निगम क्षेत्र में रोजाना करीब 180 टन कचरा निकलता है, जिसे हटाने के लिए 1,294 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं। इनमें 980 संविदा सफाई कर्मी शामिल हैं, जिनका टेंडर समाप्त होने के बाद समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है। इसके चलते संविदा कर्मचारियों में नाराजगी बनी हुई है और उन्होंने पहले ही हड़ताल शुरू कर दी थी। सोमवार को उनके समर्थन में स्थायी और पे-रोल पर कार्यरत सफाई कर्मी भी हड़ताल में शामिल हो गए, जिससे शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई।
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम प्रशासन और सरकार उनकी मांगों को लगातार अनदेखा कर रहे हैं। वेतन समय पर नहीं मिलने और अन्य समस्याओं के समाधान न होने के कारण उन्हें मजबूर होकर हड़ताल पर जाना पड़ा है। सोमवार को हड़ताली कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और जल्द समाधान की मांग की। सोनीपत के वार्ड नंबर 1, 2, 11, 12 और 13 में 80 पक्के सफाई कर्मचारी और 234 पे-रोल कर्मचारी कार्यरत थे, जबकि अन्य 15 वार्डों में 980 संविदा कर्मी सफाई कार्य कर रहे थे। हड़ताल के चलते इन सभी वार्डों में सफाई कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है।