
मंत्री विज ने सीएम सैनी व प्रदेशाध्यक्ष बड़ौली खिलाफ था बयान
चडीगढ़, 10 फरवरी। पिछले दिनों प्रदेश परिवहन मंत्री अनिल विज की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मुख्यमंत्री सैनी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बड़ौली के खिलाफ दिए बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल ब़़ड़ौली ने अनिल विज को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और तीन में जवाब देने को कहा गया।
नोटिस में बड़ौली ने कहा कि आपने पार्टी अध्यक्ष और पार्टी के मुख्यमंत्री पद के खिलाफ सार्वजनिक रूप से बयान दिया है। यह गंभीर आरोप है। यह कदम न केवल पार्टी के विचारधारा के खिलाफ है,बल्कि यह उस समय हुआ, जब पार्टी पड़ोसी राज्य दिल्ली में चुनाव के लिए अभियान चला रही थी। चुनावी समय में इस प्रकार की बयानबाजी से पार्टी की छवि को नुकसान होगा, यह जानते हुए आपने यह बयान दिए जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है। इसका जवाब मांगा गया है।
ज्ञात हो कि मंत्री अनिल विज ने दो फरवरी को कहा था कि बड़ौली को पद से इस्तीफा देना चाहिए, क्योंकि उन पर दुष्कर्म के आरोप में मामला दर्ज है। वह महिलाओं की मीटिंग किस तरह ले सकते हैं। सोनीपत के गोहाना में उन्होंने कहा था, हम तो महिलाओं को तीस प्रतिशत तक बढ़ा रहे हैं, ऐसे में धारा-376 का आरोपी प्रदेशाध्यक्ष नहीं रह सकता। हमारे बड़े-बड़े नेताओं पर भी आरोप लगे थे। आडवाणी पर भी आरोप लगे थे, उनका नाम आया था और उन्होंने त्यागपत्र दे दिया था। बड़ौली उनसे बड़े तो नहीं हैं, उन्हें त्यागपत्र दे देना चाहिए।
अनिल विज ने 31 जनवरी को अंबाला में कहा था कि जिन लोगों ने मुझे चुनाव हराने की कोशिश की, चाहे वह अधिकारी थे, कर्मचारी थे या छुटभैये नेता थे, मैंने उन सबके बारे में लिखकर दिया। 100 दिन हो चुके हैं, इस मामले में न तो मुझसे पूछा गया, न ही कोई कार्रवाई हुई। मुझे शक था कि मुझे हराने के लिए किसी बड़े नेता द्वारा यह काम किया गया है। हमारे मुख्यमंत्री, जब से सीएम बने हैं तब से उड़नखटोले पर ही हैं। नीचे उतरें तो जनता के प्रति देखें, ये मेरी आवाज नहीं है, सारे एमएलए सारे मंत्रियों की आवाज है।