
गुरुग्राम, 12 फरवरी। गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने जिले के सभी पुलिस उपायुक्तों के साथ बैठक कर नए कानूनों के तहत की जाने वाली पुलिस कार्यवाही का मूल्यांकन किया। बैठक में नए कानूनों के बारे में पुलिस द्वारा की जाने वाली प्रभावी कार्यवाही के बारे में भी अपने विचार सांझा किए।
गुरुग्राम पुलिस द्वारा नए न्याय कानूनों के तहत कार्यवाही की रही है। पुलिस आयुक्त द्वारा नए कानून के लागू हुए प्रावधानों के संबंध में सभी पुलिस उपायुक्तों तथा जेल अधीक्षकों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। फरवरी महीने के आखिर तक गुरुग्राम पुलिस पूर्ण रूप से नए न्याय कानूनों को अपना लेगी, जिससे की पीड़ित को समय पर न्याय मिल सके। नए कानूनों के लागू होने से पुलिस कार्य प्रणाली में भी तीव्रता आएगी।
नए कानूनों के तहत गुरुग्राम पुलिस द्वारा 7 साल या 7 साल से ज्यादा सजा वाले अपराधों में घटनास्थल पर एफएसएल टीमों को बुलाकर घटनास्थल का निरीक्षण करवाया जा रहा है। पुलिस द्वारा घटनास्थल की वीडियो, फोटो ई-साक्ष्य ऐप पर अपलोड की जा रही है। जिसके संबंध में पुलिस अनुसंधानकर्ताओं को ई-साक्ष्य के संबंध में प्रशिक्षित किया जा चुका है। नए कानूनों के तहत अब गुरुग्राम पुलिस द्वारा कोर्ट में चालान भी ऑनलाइन पेश किया जा रहे हैं। गुरुग्राम पुलिस द्वारा ई-सम्मन के तहत सम्मन करवाए जा रहे हैं।
पुलिस कर्मचारियों की गवाही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की जा रही है। किसी भी महिला विरुद्ध अपराध में पीड़ित महिला द्वारा कहीं भी जीरो एफआईआर दर्ज करवाई जा सकती है। विभिन्न मामलों में जब्त किए गए वाहन पुलिस थानों में काफी समय तक खड़े रहते थे लेकिन नए कानून लागू होने पर इन जब्त किए गए वाहनों/समान का निपटारा जल्द हो सकेगा। गुरुग्राम पुलिस द्वारा पीड़ित तथा गवाहों के बयान की भी ऑडियो व वीडियो रिकॉर्डिंग की जा रही है।
इसके अतिरिक्त गुरुग्राम पुलिस द्वारा आमजन को नए कानून के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न स्थान, स्कूल, कॉलेज में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं।