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Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 20 मई। गुरुग्राम पुलिस ने हुडा के प्लॉट की फाइल से पेज गायब करके धोखाधड़ी करने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस पहले ही चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
इस मामले में नवम्बर 2019 में थाना सदर में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) की तरफ से एक शिकायत दी गई थी। जिसके माध्यम से बतलाया गया कि वर्ष-1998 में ओपन ऑक्शन के माध्यम से सेक्टर-30 गुरुग्राम में एक प्लॉट राकेश भारद्वाज और पवन भारद्वाज को अलॉट किया गया था, लेकिन 25% राशि जमा करने के अलावा उनके द्वारा और कोई भी पेमेंट नहीं की गई तथा वर्ष 2018-19 के दौरान उन दोनों ने प्लॉट खरीददार व हुड्डा कर्मचारियों के साथ मिलीभगत करके फाइल से महत्वपूर्ण दस्तावेजों (प्लॉट के पुनर्ग्रहण से संबंधित) के साथ छेड़छाड़ कर हटवाने में सफल रहे। आरोपी पुनर्ग्रहण किए गए प्लॉट के संबंध में वर्ष-2018 में भुगतान जमा कराने में सफल रहे और 13 मई 2019 को प्लॉट का कब्जा ले लिया तथा 22 मई 2019 को कन्वेयन्स डीड निष्पादित करवा ली। इसके बाद 29 मई 2019 को प्लॉट के हस्तांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन किया व 7 जून 2019 को प्लॉट की हस्तांतरण अनुमति प्राप्त की और पुनः आवंटन पत्र जारी करने के लिए 10 अक्टूबर 2019 को ऑनलाइन दस्तावेज जमा करवा दिए। शिकायत में कहा गया कि राकेश भारद्वाज और पवन भारद्वाज प्लॉट फाइल से महत्वपूर्ण दस्तावेजों (प्लॉट के पुनर्ग्रहण से संबंधित) के साथ छेड़छाड़ व हटाने में कामयाब रहे, तथ्यों को छिपाया और हलफनामा देकर प्लॉट के हस्तांतरण के लिए आवेदन किया जो कि धोखाधड़ी का कार्य है तथा जिन व्यक्तियों ने रिज्यूम किए गए प्लॉट के कार्यालय रिकॉर्ड को नष्ट कर दिया और इसे बहाल करने और आगे स्थानांतरित करने का प्रयास किया, उनके खिलाफ मामले की जांच के बाद कानून के प्रावधानों के अनुसार सख्त कार्यवाही की जाए। उपरोक्त मामले में रिज्यूम किए गए प्लॉट की प्लॉट फाइल से महत्वपूर्ण दस्तावेजों (प्लॉट के पुनर्ग्रहण से संबंधित) के साथ छेड़छाड़ करने व हटाने, तथ्यों को छिपाने और हलफनामा देकर प्लॉट के हस्तांतरण के लिए आवेदन करके धोखाधड़ी की गई। इस सम्बन्ध में थाना सदर में संबंधित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया।
EOW-I गुरुग्राम पुलिस ने इस मामले में आज 2 आरोपियों को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान मुकेश निवासी गांव रामगढ़ गुरुग्राम व कुलदीप निवासी गांव दमदमा सोहना के रूप में हुई है। इस मामले में पवन भारद्वाज, राकेश भारद्वाज (विक्रेता) राजेश (खरीददार) व इंद्र आनंद (बिचौलिया) को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस जांच में पता चला की मुकेश हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है तथा इस समय हिसार में तैनात है। मुकेश धोखाधड़ी के समय हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण कार्यालय गुरुग्राम में तैनात था और कुलदीप भी डीसी रेट के माध्यम से हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण कार्यालय गुरुग्राम में तैनात था। कुलदीप को वर्ष-2019 में नौकरी से निकाल दिया गया था। उपरोक्त आरोपियों ने प्लॉट फाइल से प्लॉट रिज्यूम से संबंधित 52 पेज गायब किए थे। जिससे कि पवन भारद्वाज व राकेश भारद्वाज प्लॉट की पेमेंट करके उसका कब्जा लेने में सफल हो गए थे। इसके बदले मुकेश व कुलदीप को राजेश ने 25 हजार रुपये दिए थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।