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पलवल (अजय वर्मा), 5 जून। पलवल जिले के गांव सराय में सीबीआई ने एक कब्र खोदकर वहां पर दफन 8 साल के बच्चे की लाश को बाहर निकाला है। सीबीआई अब बच्चे के शव का पोस्टमार्टम करवाएगी। बच्चे की लगभग साढ़े तीन साल पहले अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। परंतु इतने साल बाद भी पुलिस व जांच एजेंसी हत्यारे का सुराग नहीं लगा पाई थी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने लाश को एम्स के डॉक्टरों की मदद से लाश को बाहर निकाला।
आपको बता दें कि 23 दिसंबर 2021 को आठ वर्ष के मासूम रिजवान का अपहरण कर हुई हत्या के मामले में चंडीगढ़ सीबीआई की टीम अदालत के आदेश के बाद पलवल जिले के गांव सराय पहुंची। सीबीआई व दिल्ली के एम्स अस्पताल से आए डॉक्टरों की टीम ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में मृतक रिजवान की लाश को कब्र से बाहर निकाला। रिजवान के शव को पोस्टर्माअम के लिए दिल्ली एम्स ले जाया गया है।
नायब तहसीलदार मोहम्मद खान ने बताया कि जिला उपायुक्त के आदेश पर उनको 8 वर्षीय रिजवान के लाश को कब्र से बाहर निकालने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। वह मुड़कटी थाना पुलिस और सीबीआई टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
जानकारी के मुताबिक गांव सराय निवासी मुश्ताक का आठ वर्षीय बेटा रिजवान 23 दिसंबर 2021 की शाम साढ़े पांच बजे के करीब गांव की मस्जिद में गया, जहां से वह लापता हो गया था। मुश्ताक ने अपने बेटे रिजवान के लापता होने की शिकायत 24 दिसंबर को मुंडकटी थाना पुलिस को दी। पुलिस ने लापता होने का केस दर्ज कर रिजवान की तलाश शुरू कर दी। 30 दिसंबर को रिजवान की लाश गांव से बाहर ईंख के खेत में क्षत-विक्षत हालत में मिली। रिजवान के गले को किसी जंगली जानवर ने क्षत-विक्षत कर दिया था। लाश को खेत में चारा लेने गई गांव की महिला ने देखा और पुलिस को सूचना दी। रिजवान की लाश मिलने की सूचना मिलते ही तत्कालीन डीएसपी सज्जन सिंह भारी पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों को सौंप दिया था, लेकिन पुलिस मासूम रिजवान के अपहरणकर्ता व हत्यारों लगाने में नाकामयाब रही।
रिजवान के पिता मुश्ताक ने जांच के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में अपनी शिकायत दी। जहां हाईकोर्ट ने पलवल एसपी को एसआईटी गठित करने के आदेश दिए, लेकिन मामले में स्टीक कोई खुलासा नहीं कर पाई। बाद में एसआईटी टीम की स्टेटस रिपोर्ट हाईकोर्ट में पुलिस ने पेश की तो कोर्ट ने हत्याकांड का खुलासा करने के लिए मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के आदेश दिए थे। रिजवान हत्याकांड का पता लगाने के लिए सीबीआई की टीम ने अदालत से दूसरी बार रिजवान के शव के पोस्टमार्टम की अनुमति ली। अदालत में पिता मुश्ताक ने अपनी सहमति दर्ज करवाई। मंगलवार को सीबीआई के इंस्पेक्टर गुरतार सिंह के नेतृत्व में एम्स के डॉक्टरों की टीम गांव सराय पहुंची जहां भारी संख्या में ग्रामीणों के बीच ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार अनिल कुमार की देखरेख में कब्र से लाश को निकाला गया। शव को डॉक्टरों की टीम पोस्टमार्टम के लिए अपने साथ ले गई। अब देखना यह होगा कि सीबीआई टीम क्या इतने सालों बाद रिजवान के हत्यारों का सुराग लगा पाएगी।