
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 25 जून। गुरुग्राम पुलिस ने शराब से भरे ट्रक को लूटने की साजिश रच रहे 6 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो बदमाशों को उन्होंने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। जिसमें कुख्यात गैंगस्टर कौशल भी शामिल है। इस दौरान दोनों तरफ से जबरदस्त फायरिंग हुई। जिसमें कौशल के पैर में गोली लगी। पुलिस ने कौशल को अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 1 देशी कट्टा, 1 पिस्टल, 5 कारतूस और घटनास्थल से कुल 7 खाली खोल (कारतूस) बरामद किए हैं। पुलिस ने आरोपियों द्वारा हथियारबंद व संगठित होकर लूटपाट करने की साजिश रचने, पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करके सरकारी कार्य में बाधा डालने पर उनके खिलाफ पुलिस थाना मानेसर में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों पर हत्या, हत्या करने का प्रयास, लूट, अवैध वसूली व अवैध हथियार रखने इत्यादि संगीन वारदातों के कई मामले पहले से भी दर्ज हैं।
इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गैंग का सरगना कौशल जोनियावास (उम्र-25 वर्ष) निवासी गांव जोनियावास जिला गुरुग्राम, वरुण उर्फ अनमोल (उम्र-25 वर्ष) निवासी गांव चितोसा जिला झुन्झुनू (राजस्थान) वर्तमान निवासी वजीरपुर गुरुग्राम, ओमबीर उर्फ गोलू (उम्र-24 वर्ष) निवासी वजीरपुर जिला गुरुग्राम, अनिल उर्फ मोनू (उम्र-24 वर्ष) निवासी गांव हेड़ा-हेड़ी गुरुग्राम, अर्चित उर्फ धीरज (उम्र-24 वर्ष) निवासी गांव वजीरपुर गुरुग्राम और रणजीत उर्फ गौरव (उम्र-24 वर्ष) निवासी गांव देवरिया जिला सीतापुर उत्तर-प्रदेश के रूप में हुई है।
पुलिस ने आज बताया कि अपराध शाखा मानेसर प्रभारी ललित कुमार की टीम को कल सूत्रों से सूचना मिली कि विभिन्न संगीन वारदातों को अंजाम देने में संलिप्त एक बदमाश अपने अन्य साथियों के साथ किसी ट्रक को लूटने की वारदात को अंजाम देगा। अभी बदमाश और उसके साथी मानेसर के आसपास अलग-अलग स्थानों पर है, जिन्हें अलग-अलग टीमों के साथ काबू किया जा सकता है।
पुलिस ने बनाई टीमें
इसकी सूचना तुरंत उच्च अधिकारियों को दी गई और बदमाशों को पकड़ने के लिए अपराध शाखा मानेसर और अपराध शाखा सेक्टर-10 की अलग-अलग पुलिस टीमें गठित की गई। पुलिस की एक टीम ने इसके बाद दौलताबाद टोयटा एजेंसी के पास से दो बदमाशों अनिल उर्फ मोनू और वरुण को पकड़ा। दोनों ने पूछताछ में बतलाया कि उनके 2 साथी अर्चित और रणजीत उर्फ गौरव गांव हेड़ा-हेड़ी में मिलेंगे। साथ ही इनके बाकी अन्य साथी मेवात साइड और पंचगाव चौक के आसपास मिल सकते हैं। इसकी सूचना तुरंत दूसरी पुलिस टीमों को दी गई। जिसके बाद उप-निरीक्षक ललित के नेतृत्व में पुलिस टीम तुरंत आरोपियों द्वारा बताए गए स्थान गांव हेड़ा-हेड़ी पहुंची। वहां से एक प्लॉट से अर्चित उर्फ धीरज और रणजीत उर्फ गौरव को पकड़ा।
गैंगस्टर कौशल के बारे में मिला सुराग
इसके बाद चारों बदमाशों से काफी गहनता से पूछताछ करने पर उन्होंने बतलाया कि वे अपने सरगना कौशल व ओमबीर तथा अन्य साथियों के साथ मिलकर आज रात को हाईवे-48 से एक ट्रक को लूटने वाले थे। जिस ट्रक से वे बिहार में शराब सप्लाई करने का धंधा करते हैं। इस लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए हथियारों के साथ कौशल व ओमबीर से पंचगाव चौक से कासन जाने वाले कच्चे रास्ते पर बने हुए एक कोटड़ा (कमरे) मिलने का प्लान था।
जिसके बाद अपराध शाखा मानेसर और अपराध शाखा सेक्टर-10 की टीमें पूरी तैयारी के साथ रात करीब 8.30-8.45 बजे बदमाशों द्वारा बताए गए स्थान पंचगाव चौक से कासन जाने वाले कच्चे रास्ते पर बने हुए एक कोटड़ा (कमरे) के पास पहुंची। बदमाश की उपस्थित की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने कोटड़े (कमरे) को चारों तरफ से घेर लिया। कमरे के अंदर मौजूद बदमाशों को जब पता चला कि बाहर पुलिस है, तो उन्होंने पुलिस पर गोली चलाई। पुलिस ने 1 हवाई फायर करते हुए बदमाशों को समर्पण करने की चेतावनी दी, परंतु वे पुलिस पर फायर करते रहे। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए बदमाशों के पैरों की तरफ गोली चलाई तो गोली 1 बदमाश के बाएं घुटने पर लगी। गोली लगने से बदमाश वहीं जमीन पर गिर गया, तभी पुलिस ने घायल बदमाश (कौशल) और उसके साथी ओमबीर को पकड़ लिया। मुठभेड़ में घायल गैंगस्टर कौशल को इलाज के लिए सिविल अस्पताल भेजा गया।
आरोपियों का अपराधिक रिकॉर्ड
आरोपियों से प्रारंभिक पुलिस पूछताछ में पता चला कि कौशल, अनिल और अर्चित के खिलाफ हत्या, हत्या करने का प्रयास, लूट, अवैध वसूली, धमकी देने व अवैध हथियार रखने इत्यादि अपराधों के विभिन्न मामले दर्ज हैं। कौशल के खिलाफ 2 अभियोग हत्या समेत हत्या की कोशिश और अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर धमकी देकर अवैध वसूली करने, हथियारों के बल पर लूट करने इत्यादि के 15 मामले दर्ज हैं। अर्चित के खिलाफ 2 हत्या समेत कुल 4 मामले दर्ज हैं तथा अनिल उर्फ मोनू के खिलाफ हत्या के 2 मामलों समेत कुल 4 मामर्ल दर्ज पाए गएं।
मुठभेड़ में घायल हुए कौशल को इलाज के बाद नियमानुसार गिरफ्तार किया जाएगा। अन्य वारदातों व अन्य साथी आरोपियों के बारे में आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा रही है। साथ ही आरोपियों के अपराधिक रिकॉर्ड के बारे में भी सूचनाएं एकत्रित की जा रही है। आगामी कार्यवाही के लिए आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा। अभियोग का अनुसंधान जारी है।