
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 5 अगस्त। गुरुग्राम पुलिस ने सिमकार्ड बेचते समय धोखाधड़ी से आधार कार्ड से 1 सिमकार्ड की जगह 2 सिमकार्ड रजिस्टर्ड व एक्टिवेट करके 1 सिम कार्ड साइबर अपराधियों को बेचने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी साइबर पोर्टल पर प्राप्त 22 शिकायतों के फ्रॉड में प्रयोग किए गए सिमकार्ड बेचने (वीआई कंपनी कर्मचारी) में संलिप्त था। उसके पास से एक पीओएस सिम कार्ड और 1 मोबाइल भी बरामद हुआ है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस थाना साइबर अपराध पश्चिम में एक व्यक्ति कल एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि उसने 28 मार्च को कापसहेड़ा बॉर्डर के पास से एक पटरी वाले से 1 सिमकार्ड खरीदा था। कुछ दिन बाद मेरा उसका सिम गुम हो गया और उसने वो सिमकार्ड दोबारा से जारी नहीं करवाया। कुछ दिन बाद उसके घर पर पुलिस आई तो वह घर पर नहीं था, बाद में उसे पता चला कि उसके आधार कार्ड से 1 अन्य सिम निकाली गई है, जो सिमकार्ड बेचने वाले ने उसके साथ धोखाधड़ी करके निकाली थी।
पुलिस ने दर्ज शिकायत के आधार पर इस मामले में कल 1 आरोपी को कापसहेड़ा टोल नाका नजदीक से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान पूर्णचंद्र प्रकाश सोनू (उम्र 32 वर्ष, शिक्षा- 10वी) निवासी गांव ईसापुर, जिला नवादा (बिहार) के रूप में हुई।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि सोनू वीआई पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेलर) सिम कार्ड बेचने का काम करता है। सोनू ने शिकायकर्ता के आधार वेरिफिकेशन से 2 सिमकार्ड एक्टिव किए थे, जिनमें से 1 सिमकार्ड शिकायतकर्ता को दे दिया था और 1 सिमकार्ड को उसने एक अन्य व्यक्ति को 1 हजार रुपये में बेच दिया था। सोनू से पूछताछ में यह भी पत चला वह कई बार इस प्रकार से सिमकार्ड निकालकर अन्य व्यक्तियों को बेच चुका है।
पुलिस ने सोनू के पास से 1 सिम कार्ड और 1 मोबाइल बरामद किया है। पुलिस द्वारा सोनू को आज अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया।