तीन अवैध डेयरियों में छापे, नहीं दिखा पाए कागजात
हर तरफ गंदगी का आलम, लोगों की सेहत के साथ कर रहे खिलवाड़
फिरोजपुर झिरका के गांव गूजरनंगला में छापे से मिलावटी पनीर बनाने वालों में हड़कंप
एसडीएम व नायब तहसीलदार की देखरेख में लिए पनीर के सैंपल
डेयरियों के आसपास उठ रही थी दुर्गंध, आसपास रहने वाले लोग थे परेशान
Bilkul Sateek News
फिरोजपुर झिरका, 4 जनवरी। नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका क्षेत्र में मिलावटी पनीर बनाने के गोरखधंधे का पर्दाफाश किया गया है। गांव गूजरनंगला में छापे के दौरान चारों तरफ गंदगी का आलम था। डेयरी में उठती दुर्गंध और गंदगी के बीच बनने वाला पनीर दिल्ली-एनसीआर में बेचा जाता है। लोगों की सेहत के साथ खेलने वाला ये गोरखधंधा यहां लंबे समय से चल रहा है। छापे के बाद क्षेत्र में मिलावटी पनीर बनाने वालों के बीच हड़कंप मच गया है।
एसडीएम डॉक्टर चिनार चहल को क्षेत्र में मिलावटी पनीर बनाने की शिकायत मिली थी। शिकायत मिलने के बाद एसडीएम चहल ने जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉक्टर रमेश चौहान और नायब तहसीलदार बलविंद्र सिंह के साथ कल गांव गूजरनंगला में तीन डेयरियों पर अचानक छापे मारे। तीनों डेयरी संचालक अनुमति संबंधी कोई भी कागजात नहीं दिखा पाए। डॉ. रमेश चौहान ने इरफान डेयरी, कासम डेयरी और फारुख डेयरी से पनीर के तीन-तीन सैंपल लिए और इन्हें सीज कर दिया। सभी सैंपलों को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। डेयरी संचालकों द्वारा कोई वैध कागज ना दिखाए जाने परे डॉ. रमेश चौहान ने इनको नोटिस दिए हैं।
इन अवैध डेयरियों में पनीर में सोयाबीन मिलाने के आरोप है। इन डेयरियों में बनने वाला मिलावटी पनीर एनसीआर में बेचा जाता है। पनीर का पानी खुले में बहाने की वजह से डेयरियों के आसपास उठने वाली दुर्गंध से आसपास के निवासी काफी परेशान थे।
नूंह के जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. रमेश चौहान ने बताया कि गूजरनंगला गांव में अवैध रूप से डेयरी खोलकर पनीर बना रहे तीन डेयरी संचालकों के यहां से पनीर के तीन-तीन सैंपल लिए हैं। इनको जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। जांच के दौरान ये तीनों डेयरी वाले ना तो लाइसेंस दिखा सके और ना ही अन्य दस्तावेज। इनको नोटिस दिया गया है।