
गुरुग्राम, 5 जून। गुरुग्राम पुलिस ने 15 साल से फरार हत्यारे को दिल्ली से पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। हत्यारा दिल्ली के स्लम एरिया में नाम बदलकर रह रहा था। हत्यारे पर 10 हजार रुपये का इनाम भी रखा गया था। पैरोल मिलने के समय हत्यारा आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद गायब हो गया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 31 मई 2011 को जेल अधीक्षक जिला जेल भौंडसी की तरफ एक पत्र पुलिस थाना भौंडसी में दिया गया। पत्र के माध्यम से बतलाया गया कि अभियोग संख्या 181/21.08.2005 धारा 365, 392, 302, 201, 34 आईपीसी थाना मॉडल टाऊन रेवाडी में सिद्धदोषी बंदी शिव नंदन मंडल पुत्र गनोरी मंडल, निवासी साकिन-सिंघईमाल, थाना पत्थरगामा, जिला गोड्डा (झारखंड) जिला जेल भौंडसी गुरुग्राम में 17 मार्च 2009 से आजीवन कठोर कारावास की सजा भुगत रहा था। शिव नंदन मंडल 2 अप्रैल 2011 से पैरोल पर गया था, जिसे 21अप्रैल 2011 को जिला जेल गुरुग्राम में आत्मसमर्पण करने के आदेश दिए गए थे, परंतु कैदी शिव नंदन पैरोल अवधि पूर्ण होने के बाद भी जेल नहीं पहुंचा। इस संबंध में थाना भौंडसी गुरुग्राम में हरियाणा सदाचारी बंदी (अस्थाई रिहाई) अधिनियम के तहत अभियोग अंकित किया गया।
अपराध शाखा मानेसर के प्रभारी ललित की टीम ने इस मामले में 10 हजार रुपये के इनामी शिव नंदन मंडल को कल स्लम एरिया उत्तम-नगर दिल्ली से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। शिव नंदन मंडल ने कुंदन मंडल नाम सेे आधार कार्ड बनवाया हुआ था व दिल्ली के स्लम एरिया उत्तम-नगर में रह रहा था।
शिव नंदन के अपराधिक रिकॉर्ड के अवलोकन से पता चला कि उसपर हत्या का एक मामला जिला रेवाड़ी में दर्ज है तथा उसे हत्या करने पर आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। शिव नंदन पुलिस से बचने के लिए अपना नाम बदलकर स्लम एरिया उत्तम-नगर (दिल्ली) कुंदन मंडल के नाम से रह रहा था और उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था।